Locldown in Rampur : मां के जनाजे में शामिल नहीं हो सका बेटा, मोबाइल पर चेहरा देख निकले आंसू Rampur News
दीवार गिरने से दबकर हुई महिला की मौत। लॉकडाउन के चलते आगरा में फंसा है बेटा। मां की मौत पर फूट-फूटकर रोया बेटा।
रामपुर, जेएनएन। जिले के स्वार में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सभी की आंखें नम कर दीं। दरअसल लॉकडाउन में बेटा अपनी मां के जनाजे में शामिल नहीं हो सका। उसने मोबाइल से वीडियो कॉल कर मां का चेहरा देखा और फफक पड़ा। उसे इस तरह रोते देख गांव के लोगों की आंखें भी नम हो गई। मामला जिले की स्वार तहसील क्षेत्र का है।
यह है पूरा मामला
यहां के गांव मीरापुर मीरगंज निवासी अख्तर अली अपनी पत्नी और पांच बेटियों के साथ रहते हैं। उनका इकलौता बेटा शुएब शाहगंज आगरा में टेलङ्क्षरग की दुकान करता है। लॉकडाउन के चलते वह घर नहीं आ सका। गुरुवार सुबह अख्तर अली पत्नी और बच्चों के साथ गेहूं निकालने के बाद मकान में भूसा जमा कर रहे थे, जिस कमरे में भूसा इक_ा किया जा रहा था। उसकी एक दीवार अचानक भरभराकर गिर गई। दीवार के पास ही बैठकर उनकी पत्नी 45 वर्षीय जमीला झाड़ू लगा रही थीं। इससे वह घायल हो गईं। परिजन उन्हें 108 एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शव घर आते ही चीख पुकार मच गई। बेटियां मां के शव पर विलाप करने लगीं। परिजनों ने सूचना बेटे को फोन से दी। बेटा भी मां की मौत की खबर सुनकर सदमे में आ गया। मां का चेहरा फोन पर देखकर युवक रोने लगा। उसकी हालत देख वहां मौजूद ग्रामीणों की आंखें भी भर आईं। बेटे के आने का इंतजार किए बिना महिला का शव दफन कर दिया गया।अनहोनी की नहीं थी उम्मीद
लॉकडाउन हो जाने पर बेटे ने आगरा में ही रुकने का फैसला किया। उसका मानना था कि उसके इस कदम से वह भी सुरक्षित रहेगा और परिवार भी। बेटे को उम्मीद थी कि वह लॉकडाउन खुलने पर आसानी से अपने घर जा सकेगा और मां से मिल सकेगा।