हादसे में घायल पत्नी को बचाने के लिए बेच दी जमीन, नहीं बची जान Amroha News
विवाहिता की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। रविवार को परिजनों ने मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया।
अमरोहा। जिले के जोया में पत्नी को बचाने के लिए पति ने जमा-पूंजी तो खर्च कर ही दी साथ ही अपने हिस्से की दो बीघा जमीन भी बेच दी। कर्जदार हो गया लेकिन, किस्मत ने साथ नहीं दिया। हादसे के 57 दिन बाद उपचार के दौरान विवाहिता ने दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
यह है पूरा मामला
कोतवाली डिडौली क्षेत्र के गांव सिबौरा मे गनपत ङ्क्षसह सैनी का परिवार रहता है। उनके बेटे विजयपाल ङ्क्षसह की शादी गंगेश्वरी में हुई थी। बीती 10 नवंबर को विजयपाल ङ्क्षसह अपनी पत्नी यशोदा देवी को ससुराल से बुला कर ला रहे थे। दंपती बाइक पर सवार था। रजबपुर थाना क्षेत्र में अतरासी-हसनपुर मार्ग पर मंदिर के पास पहुंचने पर अचानक ही यशोदा देवी चलती बाइक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। परिजनों ने अमरोहा व मुरादाबाद के कई अस्पतालों में उपचार कराया लेकिन, यशोदा देवी की हालत में सुधार नहीं हो रहा था। लिहाजा परिजन उन्हें बेहतर उपचार के लिए दिल्ली ले गए थे। विजयपाल ङ्क्षसह की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है। पत्नी को बचाने के लिए विजयपाल ङ्क्षसह ने घर में रखे जेवर बेच दिए। कर्ज ले लिया। इतना ही नहीं अपने हिस्से की दो बीघा जमीन भी बेच कर पत्नी के उपचार पर खर्च कर दी। परंतु किस्मत ने यशोदा देवी व विजयपाल ङ्क्षसह का साथ नहीं दिया। हादसे के 57 दिन बाद शनिवार रात को यशोदा देवी की मौत हो गई।