सोसायटी से लगेंगे गो संरक्षण और संवर्धन की उम्मीदों को पंख Moradabad news
गो संवर्धन के लिए शासन स्तर से प्रशासन के आला अधिकारियों को लगातार दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
अनुज मिश्र, मुरादाबाद: गो संवर्धन के लिए शासन स्तर से प्रशासन के आला अधिकारियों को लगातार दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। सूबे के मुखिया खुद गोशालाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। जिससे गाय का ज्यादा से ज्यादा संरक्षण और संवर्धन हो। गो संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए एडीएम प्रशासन लक्ष्मीशंकर सिंह ने नई पहल की है। इसके तहत उन्होंने गोशाला संचालकों को सोसायटी बनाकर गो संरक्षण और संवर्धन के निर्देश जारी किए हैं।
सोसायटी बनाने को जिला प्रशासन में करना होगा आवेदन
जनपद में कुल 16 गोशालाएं है और एक मूंढ़ापांडे के नाजरपुर में निर्माणधीन है। 16 गोशालाएं में 15 जिला प्रशासन और एक नगर निगम द्वारा संचालित है। संचालक सोयायटी बनाने के लिए जिला प्रशासन में आवेदन करेंगे। जिला प्रशासन से सोसायटी रजिस्टर होने के बाद उसमें कई सदस्य जोड़े जा सकते है, सदस्यों की संख्या नियत नहीं है। कोई भी व्यक्ति इस सोसायटी का सदस्य बन सकता है। सदस्य बनने के लिए शुल्क अदा करना होगा, वार्षिक और आजीवन सदस्य बनने के लिए शुल्क अलग-अलग होंगे। फिलहाल शुल्क कितना होगा, यह अभी तय नहीं है।
सोसायटी का यह होगा लाभ
एडीएम प्रशासन ने बताया कि समाज में कई ऐसे लोग है जो गो सेवा से जुडऩा चाहते हैं। लोगों के जुडऩे से घर में बचने वाला खाना, चोकर आदि फेंका नहीं जाएगा। साथ ही आस-पास के लोगों के जुडऩे से गोशालाएं की निगरानी बढ़ेगी। ऐसे में सोसायटी बनने के कई लाभ हैं।
समय-समय पर होगी मीटिंग
गो संरक्षण और संवर्धन के लिए क्या बेहतर किया जा सकता है, इसके लिए समय-समय पर सोसायटी के सदस्यों की बैठक होगी।
यह पहल की गई है
एडीएम प्रशासन लक्ष्मीशंकर सिंह ने बताया कि गो संरक्षण और संवर्धन के लिए यह पहल की गई है जिससे समाज के ज्यादा से ज्यादा लोग गो सेवा से जुड़ सके और गाय की सेवा कर सकें।
16 गोशालाएं हैं जनपद में
08 अस्थायी गोशालाएं
01 नगर निगम द्वारा
संचालित
06 कांजी हाउस
01 वृहद गो संरक्षण
केन्द्र
01 निर्माणाधीन