प्रवासियों के शहर पहुंचते ही चेहरों पर दौड़ी मुस्कान
प्रवासियों के शहर पहुंचते ही चेहरों पर दौड़ी मुस्कान।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण काम बंद होने से प्रवासियों का घरों को लौटना जारी है। इनके शहर पहुंचते ही इनके चेहरों पर मुस्कान लौट आई। मुरादाबाद से उनके गांव तक भी छोड़ने की व्यवस्था प्रदेश सरकार की ओर से की गई।
हरियाणा और चंडीगढ़ के अलावा उत्तराखंड से करीब 103 श्रमिक बुधवार को एसएस चिल्ड्रन एकेडमी पहुंचे। ये सभी श्रमिक ट्रेन और बसों के द्वारा यहां पहुंचे थे। जिन्हें सबसे पहले क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजकर जांच कराई गई और यहां से गांव तक रोडवेज बसों से भिजवाया। पुलिस और बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी सभी श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन करके भेज रहे हैं। निर्देश भी दिए जा रहे हैं कि घर जाकर 14 दिन तक बाहर ना निकलें। बिलारी के सलमान ने बताया कि वह चंडीगढ़ से ट्रेन से आए हैं। रास्ते में उन्हें समय से भोजन भी मिला और पानी भी। उसने कहा कि अपने शहर तक भिजवाने में केंद्र और प्रदेश सरकार अच्छा काम कर रही है। नौशे का कहना था की अब वह लौटकर चंडीगढ़ नहीं जाएंगे अपने शहर में ही मजदूरी करके परिवार का पेट पालेंगे। उत्तराखंड के हरिद्वार से आए सुधीर सिंह को बदायूं जाना था थोड़ी चिता थी कि बस वहां तक पहुंचाएगी या नहीं लेकिन, जैसे ही उनकी जांच के बाद बस में चढ़ाया गया चेहरे पर खुशी दौड़ पड़ी।