अब आजम खां के पोस्टर पर फेंक दी कालिख, बोले पार्टी के नेता भाजपा की है साजिश
जिगर मंच पर युवा सम्मेलन के बाद उपजा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है।
मुरादाबाद । जिगर मंच पर युवा सम्मेलन के बाद उपजा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दो दिनों में समाजवादी पार्टी के दो बड़े नेताओं के पोस्टरों पर कालिख पोतने की घटनाएं हो चुकी हैं। सबसे पहले कमाल अख्तर के पोस्टर पर कालिख लगाई गई, वहीं दूसरे दिन रविवार को सपा के कद्दावर नेता आजम खां के पोस्टर पर कालिख पोत दी गई।
डॉ.एसटी हसन ने कड़ी निंदा की
इन दोनों घटनाओं के बाद समाजवादी पार्टी से पूर्व लोकसभा प्रत्याशी रहे डॉ.एसटी हसन ने आवास पर प्रेसवार्ता की। उन्होंने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह हरकत हमें मंजूर नहीं। उन्होंने कहा कि बीजेपी सपा में फूट डालने के लिए पोस्टरों पर कालिख पोतने का काम कर रही है। लोकसभा चुनाव में हम मजबूत स्थिति में हैं। कुछ बाहरी लोग बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं। सपा नेता ने कहा कि युवा सम्मेलन में कुछ लोगों ने पार्टी के राष्ट्रीय नेता का फोटो न लगाकर उनका अपमान किया है। जब इस बात की जानकारी उन्हें हुई तो वह सम्मेलन में नहीं गए, साथ ही इस घटना की निष्पक्ष जांच कराने के लिए जल्द ही राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात करने की बात कही। पूर्व लोकसभा प्रत्याशी ने कहा कि पार्टी और जनता बाहरी प्रत्याशियों को स्वीकार नहीं करेगी। हालांकि सपा नेता ने एक सवाल का जवाब देते हुए यह भी कहा कि अगर शीर्ष नेतृत्व किसी बाहरी को प्रत्याशी घोषित करता है, तो उसे स्वीकार किया जाएगा, लेकिन उससे पहले हम इस बात का विरोध जरूर दर्ज कराएंगे। इस दौरान अतहर अंसारी, हाजी केसर, शुएब पाशा, रईस खां, यूसुफ खलीफा, लालू परवेज, मोअज्जम अली, असद कमाल, मशरूर खां, सईद उद्दीन के साथ अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
कालिख लगने के बाद उतारे गए पोस्टर
रेलवे स्टेशन रोड पर लगे समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां के कालिख लगे पोस्टर उतार दिए गए। पार्टी के पदाधिकारियों ने अन्य पोस्टरों को भी उतार दिया।
सपा के आपस है मामला
पोस्टर पर कालिख फेंकना उनका आपस का मामला है। इससे भाजपा को क्या नुकसान और फायदा होने वाला है। उनके युवा सम्मेलन में ही फूट सामने आ गई थी। भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
जिलाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी