शिवमय हुआ मुरादाबाद, हर तरफ कांवड़ ही कांवड़
मुरादाबाद: ब्रजघाट से कावड़ में गंगाजल लेकर आने वाले शिवभक्तों से महानगर शिव मय हो गया है।
मुरादाबाद: ब्रजघाट से कावड़ में गंगाजल लेकर आने वाले शिवभक्तों से महानगर शिव मय हो गया है। बृजघाट से लेकर मुरादाबाद, रामपुर रोड, चंदौसी रोड, ठाकुरद्वारा के कावरिया से दिल्ली रोड पर भक्ति का माहौल छाया हुआ है। अदभुत झाकिया देखने को उमड़ रहे लोग
सावन के चौथे सोमवार को कावड़िया शिव मंदिरों में जलाभिषेक करेंगे शिव भक्ति में लोग ऐसे खोए हैं कि पूरा परिवार दिल्ली पर नजर आ रहा है। कावड़ियों के स्वागत में दिल्ली रोड पर शिविरों का शहर बस गया है। दिल्ली रोड पूरी तरह से कांवड़ियों के स्वागत में लगे शिविरों का शहर बना हुआ है। अदभुत झाकिया देखने को लोग उमड़ रहे हैं। चंदौसी के रोहित अग्रवाल 95 किलो की कावड़ लेकर हैं चल रहे
चंदौसी के खुर्जा गेट निवासी रोहित अग्रवाल 95 किलो की कावड़ लेकर महानगर से गुजरा तो उसके पानी से पैर धोने की होड़ लोगों में लगी रही। श्री महादेव सेवा समिति की ओर से 17 विशाल भंडारा लगाया गया है तो वह नगर निगम ने भी भंडारे की व्यवस्था की है। फूलों की वर्षा हो रही है। महापौर विनोद अग्रवाल नगर आयुक्त अवनीश कुमार शर्मा और पार्षदों ने मंच से कावड़ियों पर फूलों की बारिश की। भोले बाबा और पार्वती की झाकी भी आकर्षण का केंद्र
- भोले बाबा और पार्वती की झाकी, राधा कृष्ण, सुदामा समेत कई झाकिया लगाई गई हैं। श्री महादेव सेवा समिति की ओर से बर्फ से शिवलिंग की 11 फीट झाकी बनाई गई है। एक शिविर में अमरनाथ गुफा बनी हुई और लोग भक्तिभाव से दर्शन कर रहे हैं। कांवडि़यों के लिए तरह तरह के व्यंजन
सेवा शिविरों में कांवडि़यों के लिए तरह तरह के व्यंजन हैं। शिविर लगाने वाले आयोजक पूरे भक्ति भाव से कावरियों की सेवा में लगे हैं। सजीव झाकिया मनमोह रही हैं।
दो लाख कावड़िये आ चुके हैं अब तक
-अनुमान लगाया जा रहा है कि दोपहर 2 बजे तक दो लाख कावड़िये अब तक आ चुके हैं। चौधरी चरण सिंह चौक पर कावरियों के बेड़ों से खचाखच हैं। लाइनपार क्षेत्र में हर और कावड़िया नजर आ रहे हैं। रोडवेज पर भी कांवड़ और कांवड़िये
-रोडवेज के सामने भी कावड़ियों के स्वागत में भंडारे हो रहे हैं। पुरुष, महिलाएं और बच्चे कावड़ लेकर आ रहे हैं। ऊंचे ऊंचे डीजे लगाकर कावड़ के बेड़े गुजर रहे है। जैसे-जैसे शाम होगी वेदों का काफिला बढ़ता ही जाएगा। बीती रात से दोपहर दो बजे तक दिल्ली रोड पर कावड़ियों के अलावा आम दिनों की तरह यातायात नहीं है। चिकित्सा शिविर भी कावड़ियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर लगाए गए हैं।