आतंकी उमर के मारे जाने के बाद सम्भल खुफिया तंत्र के रडार पर Sambhal News
दिल्ली की टीम ने पश्चिमी यूपी के कई जिलों में स्लीपिंग माड्यूल की तलाश में अपने खुफिया तंत्र को तेज किया था। अब खुफिया विभाग ने अन्य जनपदों में अपने तंत्र को और सक्रिय कर दिया है।
सम्भल, जेएनएन। अफगानिस्तान में यूनाइटेड स्टेट व अफगानी सेना के संयुक्त ऑपरेशन में मारे गए संभल के रहने वाले वैश्विक आतंकवादी शाने उल हक उर्फ उमर के बाद अब संभल में खुफिया पुलिस एक बार फिर अलर्ट पर हो गई है। दूसरे दिन भी खुफिया विभाग की टीम ने मोहल्ला में जाकर अपने सूत्रों के जरिए जानकारी एकत्रित की। हालांकि यहां से अब पुलिस को कुछ खास नहीं मिलता है क्योंकि 28 साल से आतंकी उमर का कोई भी रिश्ता सम्भल से नहीं रहा है जो जानकारी उसके परिवार के लोगों ने खुफिया विभाग को दी है। इसके अलावा खुफिया विभाग मुहल्ले से लापता हुए युवकों की भी सूची को खंगाला जा रहा है तथा उनका फीडबैक स्थानीय स्तर पर पुलिस ले रही है। पुलिस ऐसे सभी लोगों को की निगाह बनने की तैयारी में है जो अब गुमशुदा है। घर से तो गए लेकिन फिर वापस नहीं लौटे। ऐसे में पुलिस गोपनीय तौर पर ऐसे सभी ङ्क्षबदुओं पर काम कर रही है जिससे उन्हे यह जानकारी मिल जाए कि पूर्व में जो लोग लापता हुए वह अब क्या कर रहे हैं और कहां है। हालांकि जनपद का खुफिया विभाग इस दिशा में पूरी तरह से अनजान है। वह ऐसी किसी जानकारी होने से इंकार कर रहा है जिससे यह पता चल सके कि यहां से ऐसे कितने लोग हैं जो देश से बाहर तो गए लेकिन लौटे नहीं या वह लोग जो हाल के दस से पंद्रह साल के अंदर पाकिस्तान से भारत आए और यहां से वापस नहीं गए।
अब से तकरीबन चार साल पहले सम्भल से एक संदिग्ध आसिफ को दिल्ली की टीम ने पकड़ा था। पुलिस को उसका नाम उस समय प्रकाश मे आया था जब आइएसआइएस की गतिविधियां भारत में तेज होने की संभावना थी और दक्षिण के एक राज्य में एक संदिग्ध ने पकड़े जाने के बाद आसिफ का नाम सामने लाया था।