पीएम मोदी के तारीफ करते ही सलमान के कारोबार ने भरी उड़ान, आप भी पढिय़े हौसले की यह कहानी
सलमान के अनुसार डिटर्जेंट बेचने में महिलाओं को भूमिका अहम हो सकती है। इस साल अपनी टीम में हमने दिव्यांग महिलाओं को भी जोडऩे का संकल्प लिया है।
मुरादाबाद (मोहसिन पाशा)। मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमीरपुर गांव के सलमान की तारीफ करने उसकी कंपनी तरक्की की राह पकड़़ ली है। बैैंक से ऋण मिलने के बाद कंपनी ने 200 जोड़ी से ज्यादा चप्पल बनाना शुरू कर दी है। डिटर्जेंट पाउडर की बिक्री दोगुना से ज्यादा हो गई है।
यह है पूरा मामला
महानगर से 22 किलोमीटर दूर काशीपुर मार्ग पर स्थित हमीरपुर गांव के सलमान के हौसले की कहानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम मेें सुनाकर उसमें नई ऊर्जा भरने का काम किया है। दिव्यांग सलमान का बैैंक ने भी पांच लाख रुपये का ऋण स्वीकृत कर दिया है। अभी उसे ढाई लाख रुपये मिले हैैं। लेकिन, इससे ही कारोबार को पंख लगने लगे हैैं।
टारगेट को लिमिटेड कंपनी बनाएंगे सलमान
सलमान ने पांच लाख रुपये की लागत से टारगेट नाम से कंपनी खोलकर दिव्यांगों को नौकरी देकर उन्हें पैरों पर खड़ा करने का संकल्प लिया था। इसी उद्देश्य के साथ सलमान आगे बढ़ भी रहे हैंै। सलमान का लक्ष्य टारगेट को लिमिटेड कंपनी बनाया है। ऐसी कंपनी जो दिव्यांगों के नाम से जाना जाए। इसमें सभी दिव्यांग काम करके समाज में अपनी पहचान बनाएं। कंपनी की तरक्की के लिए सलमान ने चप्पलों की बिक्री को अब दो टीमें बना दी हैैं। पहले एक टीम डोर-टू डोर जाकर ग्रामीण इलाके में चप्पल बेचा करती थी। मोदी के तारीफ करते ही सलमान के टारगेट चप्पल की डिमांड इतनी हो गई है कि फैक्ट्री में उतना उत्पादन ही नहीं हो पा रहा है।
डिटर्जेंट बेचने के लिए महिलाओं को जोड़ेंगे दिव्यांग
सलमान का कहना है कि दिव्यांगों के कल्याण के लिए ही उन्होंने टारगेट कंपनी बनाई है। साथियों को वेतन देने के बाद भी कंपनी को धनराशि बच जाती है। उनकी कंपनी लाभ कमा रही है। प्रधानमंत्री ने मन की बात में जिक्र करके उसके साथियों का हौसला बढ़ाने का काम किया है। हम हमेशा उनके शुक्रगुजार रहेंगे।
सलमान को इंटरव्यू के लिए दिल्ली बुलाया
मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण करने वाले ऑल इंडिया रेडियो से सलमान के पास फोन आया है। वह सलमान की जुबान से उसके हौसले की कहानी पूरे देश को सुनाना चाहते हैैं। बुधवार को ही सलमान के पास फोन आया है। कल उन्हें दिल्ली पहुंचने की तारीख बता दी जाएगी।
एक नजर में कारोबार
पहले रोजाना बिक्री 10 हजार रुपये
अब रोजाना बिक्री 17 हजार रुपये
पहले चप्पल का उत्पादन 150 जोड़ी
अब चप्पल का उत्पादन 200 जोड़ी
पहले डिटर्जेंट की बिक्री 3 क्विंटल
अब डिटर्जेंट की बिक्री 6 क्विंटल