रिसोर्स अपनाने से ही होगा जल संचय Moradabad news
हर दिन जल की जरूरत बढ़ रही है लेकिन बारिश से लेकर हैंडपंप व सबमर्सिबल का पानी ओवर फ्लो होकर नाले-नालियों में बह जाता है।
तेज प्रकाश सैनी, (मुरादाबाद) : हर दिन जल की जरूरत बढ़ रही है लेकिन बारिश से लेकर हैंडपंप व सबमर्सिबल का पानी ओवर फ्लो होकर नाले-नालियों में बह जाता है। गांव से लेकर शहरों में जल संचय के लिए रिसोर्स अपनाने के साथ जागरूकता की जरूरत है। दैनिक जागरण की सोमवारीय अकादमिक बैठक में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के सीनियर कोआर्डिनेटर राजेश वाजपेयी ने जल संरक्षण को प्रभावी कैसे बनाएं? इसको लेकर उन्होंने जरूरी उपाय बताए। उन्होंने कहा कि फसलों की सिंचाई की आधुनिक पद्धति अपनाने से 35 फीसद भूजल बचा सकते हैं।
गन्ना बुआई में ट्रेंच विधि से जल संचय
समतल खेत में 80 फीसद पानी सिंचाई में काम आता है लेकिन गन्ना बुआई की आधुनिक ट्रिंचर (गूल) विधि से 35 से 40 फीसद पानी की बचत कर सकते हैं।
जल संचय को मल्टीपल रिचार्ज पिट उपयोगी
अकादमिक बैठक में अतिथि वक्ता राजेश वाजपेयी ने कहा कि खेती में पानी की बचत में रिचार्ज पिट भी बहुत उपयोगी है। भारी बारिश होने से खेतों में पानी बेकार बह जाता है। इस पानी को खेतों में रिचार्ज पिट बनाकर संरक्षित कर सकते हैं और इससे पंप के माध्यम से खेतों की सिंचाई की जा सकती है। इन पिट की चौड़ाई व गहराई दो-दो मीटर होनी चाहिए। एक नहीं मल्टीपल रिचार्ज पिट बनाने से पानी संचय होगा तो आसपास के पानी का स्तर बढ़ेगा।
हैंडपंप के पास भी बनाएं रिचार्ज पिट
-हैंडपंप का पानी भी रिचार्ज पिट से संरक्षित कर सकते हैं। ध्यान रखना होगा कि सेफ्टी टैंक से यह पिट 15 मीटर दूर होना चाहिए। इस पिट में सतह पर ईंट के मोटे रोड़े की परत फिर 0.3 मीटर छोटे रोड़े की परत और उसके ऊपर मोटी बालू डाल दें और एक छेद युक्त पाइप इस पिट में सेट कर दें, जिससे पानी पिट में फिल्टर होते हुए जमीन में जाएगा।
अपार्टमेंट में ड्रम रख संरक्षित करके धोएं कार व फर्श
-शहरों में अपार्टमेंट कल्चर पानी की बर्बादी का कारण है। अपार्टमेंट में रहने वाले लोग भूतल पर कई ड्रम रख सकते हैं, जिसमें बारिश का पानी अपार्टमेंट के पाइप से ड्रम में जमा किया जा सकता है। इन ड्रमों में टेप लगाकर पाइप से कार, फर्श, बगीचा की सिंचाई कर सकते हैं। करीब 80 फीसद काम इस बारिश के पानी से निपटाए जा सकते हैं। पीने व खाना बनाने के लिए ही फ्रैश पानी की जरूरत होगी।