प्रशासन ने ईडी को भेजी आजम और जौहर यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट Rampur News
सांसद और मसूद अली खां ने शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड और उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में सरकारी कागजातों में हेराफेरी करके शत्रु संपत्ति को खुर्द-बुर्द कर लिया है।
रामपुर, जेएनएन। जिला प्रशासन ने गुरुवार को आजम खां और उनकी जौहर यूनिवर्सिटी के संबंध में गुरुवार को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को रिपोर्ट भेज दी। रिपोर्ट मिलते ही ईडी ने केस भी दर्ज कर लिया।
ईडी ने एक सप्ताह पहले जिलाधिकारी से ईडी ने रिपोर्ट मांगी थी। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि गुरुवार को ईडी को रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट में उल्लेख है कि जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर आजम खां के खिलाफ जमीन कब्जाने के 27 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। इसमें दो मुकदमे प्रशासन ने कराए हैं। एक मुकदमा कोसी नदी क्षेत्र की पांच हेक्टेयर जमीन कब्जाने का है, जबकि दूसरा 26 किसानों की जमीन कब्जाने का है। 25 किसानों ने भी अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए हैं। अभी तक प्रशासन की जानकारी में आया है कि यूनिवर्सिटी में कुल 78 हेक्टेयर जमीन है। इसमें साढ़े 32 हेक्टेयर जमीन सरकारी है, जबकि साढ़े पांच हेक्टेयर जमीन अनुसूचित जाति के लोगों की है, जो बिना अनुमति के खरीदी गई है। करीब डेढ़ हेक्टेयर उन किसानों की है, जिन्होंने रिपोर्ट कराई है। इसके अलावा साढ़े 13 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति है। यूनिवर्सिटी की जमीन की कीमत ही करीब 65 करोड़ है। जमीन की खरीद-फरोख्त में भी अनियमितताएं बरती गई हैं। सर्किल रेट तीन बार चेंज किया गया है। विवि में 88 करोड़ रुपये सरकारी लगे हैं।
पांच दिन पहले रिपोर्ट भेज चुके हैं एसपी
पुलिस अधीक्षक डॉ.अजय पाल शर्मा पांच दिन पहले ईडी को रिपोर्ट भेज चुके हैं। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में आजम खां के खिलाफ जमीनों से संबंधित मुकदमों का उल्लेख किया है।
पाक नागरिक बदरूद्दीन कुरैशी की है शत्रु संपत्ति
सांसद आजम खां पर जिस शत्रु संपत्ति को कब्जा कर जौहर यूनिवर्सिटी में मिलाने का आरोप है, वह पाक नागरिक इमामुद्दीन पुत्र बदरुद्दीन कुरैशी की है। बंटवारे के बाद पाकिस्तान जाने वाले नागरिकों की जमीनों को शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया गया था। तब यहां सींगनखेड़ा में रहने वाले इमामुद्दीन का भी परिवार पाकिस्तान चला गया था। उनकी संपत्ति को सरकार ने शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया था। आरोप है कि सांसद ने वक्फ मुतवल्ली मसूद खां द्वारा साठगांठ करके इसी शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर उसे जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल कर लिया है। इस संबंध में भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने तीन जुलाई को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से शत्रु संपत्ति के वक्फ में होने और उसके मुतवल्ली से संबंधित जानकारी आरटीआइ से मांगी थी। भाजपा नेता का कहना था कि आरटीआइ से मिली जानकारी के मुताबिक कार्यालय के रिकार्ड में मसूद अली खां किसी भी वक्फ के मुतवल्ली नहीं हैं।
गृहमंत्री ने कार्रवाई का दिया था आश्वासन
पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने गृहमंत्री अमित शाह से शिकायत की थी, जिसपर गृहमंत्री ने उन्हें पत्र भेजकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस मामले में अब प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई एसआइटी भी जांच कर रही है।
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