वेतन निकलवाने के नाम पर हो रही वसूली, बैठी जांच
बेसिक शिक्षा विभाग में पारदर्शिता लाने के लिए सिस्टम को ऑनलाइन किया गया है।
मुरादाबाद,जासं : बेसिक शिक्षा विभाग में पारदर्शिता लाने के लिए सिस्टम को ऑनलाइन किया गया है। लेकिन, इसके बाद भी भ्रष्टाचार नहीं रुक रहा है। हालिया, मामला महानिदेशक स्कूल शिक्षा से की गई शिकायत के बाद सामने आया है। इसमें मातृत्व अवकाश फॉरवर्ड करवाने से लेकर अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन निकलवाने के नाम पर 10 से 25 हजार रुपये वसूलने के आरोप विभाग के बाबुओं और खंड शिक्षाधिकारी पर लगाए गए हैं। महानिदेशक ने पूरे मामले की जांच एडी बेसिक संजय कुमार रस्तोगी को सौंपी है।
ग्राम पाकबड़ा के ग्रामीणों की ओर से की गई इस शिकायत में बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत दो बाबुओं के अलावा खंड शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि विभाग का एक बाबू कई वर्षों से ब्लाक संसाधन केंद्र मुरादाबाद में कार्यरत था। कई शिकायत सामने आने पर उनका तबादला भगतपुर टांडा कर दिया गया लेकिन, छह माह बाद ही उन्होंने साठ-गांठ करके अपना तबादला वापस मुरादाबाद करा लिया। यहां पर बाबू महिला अध्यापकों की ओर से ऑनलाइन किए गए मातृत्व अवकाश को खंड शिक्षा अधिकारी से फॉरवर्ड कराने के नाम पर अच्छी खासी रकम वसूलता है। आरोप है कि इस काम में एक खंड शिक्षाधिकारी भी संलिप्त हैं।
वेतन बनवाने के नाम पर 25 हजार की वसूली
महानिदेशक स्कूल शिक्षा से की गई शिकायत में शिक्षकों का वेतन निकलवाने के नाम पर भी 25 हजार की वसूली का आरोप है। शिकायतकर्ता का कहना है कि पाकबड़ा ग्रामीण में कई अध्यापक लंबे समय से स्कूल नहीं आते, इन अध्यापकों का वेतन निकलवाने के लिए पर बाबू रिश्वत 25 हजार की वसूली कर रहा है। इसके अलावा न तो अध्यापकों की फंड पासबुक बनाई गई है और न ही उनकी सेवा पुस्तिका पूर्ण की गई है। इतना ही नहीं निरीक्षण में अनुपस्थित शिक्षकों पर भी दबाव बनाकर वसूली की जा रही है।