वर्चुअल फेयर ने जगाई उम्मीदें,छोटे कारीगरों और हस्तशिल्पियों को भी मिलेगा काम Moradabad News
वर्चुअल मेलेे से छोटे कारीगरों व हस्तशिल्पियों को मिलेगा काम । फैक्ट्री परिसर में बैठकर दुनियाभर के ग्राहकों तक पहुंचा रहे उत्पाद। कारोबार को मिलेगी रफ्तार।
मुरादाबाद,जेएनएन। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद की ओर से आयोजित वर्चुअल मेले में शामिल उत्पादक और कारीगर बदली हुई परिस्थितियों में एक अनोखी तरह की अनुभूति कर रहे हैं। घर और फैक्टरी परिसर में सुरक्षित बैठकर अपने उत्पादों को दुनिया भर के ग्राहकों तक पहुंचा रहे हैं। अपने घरों में सुरक्षित रह कर ही दुनिया भर के ग्राहकों से संवाद कर पा रहे हैं। ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि जब दुनिया भर में यात्राएं थमी हुई हैं तब ईपीसीएच के वर्चुअल मेले ने उनके सदस्य निर्यातकों को बड़ी राहत दी है। वहीं एमएसएमई सेक्टर में काम करने वाले छोटे कारीगरों, शिल्पकारों व हस्तशिल्पियों को काम भी मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि वर्चुअल मोड पर होने वाले इस आयोजन में वो सारी गतिविधियां शामिल हों जो सामान्य मेले में आयोजित होती हैं। इसी कड़ी में रैंप शो, बेविनॉर और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हस्तशिल्पियों की कलाकृतियों का प्रदर्शन भी वर्चुअल मोड पर किया जा रहा है। आयोजन के दूसरे दिन रैंप शो आयोजित किया गया। टेक्नोलॉजी टुडे मर्जिंग दि वल्र्ड ऑफ क्राफ्ट डिजाइन एंड साइंस विषय पर आयोजित वेबिनार में कई विषय विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए। वेबिनार में विशेषज्ञों के अलावा ईपीसीएच के चेयरमैन रवि के पासी, ईपीसीएच के वाइस चेयरमैन नावेद उर रहमान, मेले के प्रेसीडेंट विनीत भाटिया और वाइस प्रेसीडेंट अंशल गोला ने भी शिरकत की।