राशन कार्ड एक लेकिन मुखिया दो, नौ माह से गरीब का राशन डकार रहा अमीर Amroha News
मशीन में लगने वाले अंगूठे में किया गया खेल। सच्चाई सामने आने पर आरोपी ने मांगी माफी। नौ माह पहले विभाग ने जो सर्वे किया था उसी में खेल हो गया था।
अमरोहा (सौरव प्रजापति)। एक गरीब परिवार पिछले नौ माह से सरकारी अनाज नहीं ले पा रहा है। चूंकि एक ही कार्ड के दो मुखिया होने के कारण एक अमीर व्यक्ति मशीन में अंगूठा लगाकर उसके हक का राशन डकार रहा था। महिला की शिकायत पर अधिकारियों ने जब खेल पकड़ा तो तत्काल उस अमीर व्यक्ति को तलब कर फटकार लगाते हुए उसका नाम कार्ड से कटवा दिया।
नगर के मुहल्ला सुल्ताननगर की जाफरी पत्नी रईस गरीब महिला है। उसके परिवार में पांच सदस्य हैं। इसलिए सरकार द्वारा उनके लालन- पालन के लिए गरीबी रेेखा वाला अंत्योदय राशनकार्ड बना हुआ है लेकिन, नौ माह पूर्व विभाग द्वारा करवाए गए सर्वे में खेल हो गया। जाफरी के इस कार्ड के विभाग ने दो मुखिया बना दिए। चौंकाने वाली बात यह है कि इस कार्ड को जो दूसरा यानी फर्जी मुखिया बनाया है। वह पात्रता की श्रेणी में भी नहीं आता है। आॢथक स्थिति से मजबूत है। विडंबना यह कि यह अमीर भी पिछले नौ माह से इस गरीब परिवार का राशन डकार रहा था। हर माह स्वयं अंगूठा लगाकर 35 किलो अनाज ले जाता था।
लॉकडाउन में भाी इस अमीर व्यक्ति को गरीब का हक मारते हुए जरा अफसोस नहीं हुआ। असली कार्ड धारक महिला ने जब अधिकारियों को इस मामले के बारे में बताया तो होश उड़ गए। अधिकारियों ने संबंधित अमीर व्यक्ति को तलब कर तत्काल प्रभाव से उसका नाम व अंगूठा रद्द करवाया और जितने माह का राशन डकारा है। उसे वापस करने के निर्देश दिए।
वार्ड सभासद का चुनाव भी लड़ चुका है आरोपित
गजरौला : गरीब परिवार के हक डकारने वाला अमीर व्यक्ति वार्ड सदस्य का चुनाव भी लड़ चुका है। इसके बाद भी वह पिछले नौ माह से उसका राशन डकार रहा था। राशन डीलर अजय ने बताया कि राशन कार्ड के मुखिया में दो नाम चढ़े हुए थे। अब अधिकारियों ने दूसरे व्यक्ति के नाम को हटवा दिया है।
मुहल्ला सुल्ताननगर के एक कार्ड में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। उसमें फर्जी मुखिया बना हुआ है। वह गलत है। फिलहाल डीलर से कहकर उस राशन नहीं देने के लिए कहा गया है। रोक हटने के बाद कार्ड का संशोधन करवाकर एक ही मुखिया जाफरी का नाम अंकित किया जाएगा।
आनंद प्रभु ङ्क्षसह, एआरओ, मंडी धनौरा।