Female harassment : दुष्कर्म पीड़िता ने सुनाई जुल्म की दास्तां, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
Female harassment दुष्कर्म पीड़िता ने दिलासा देने के बाद पूरे घटनाक्रम के बारे में अवगत कराया। इसके अलावा पुलिस पर भी मनमानी करने का आरोप लगाया।
रामपुर, जेएनएन। जिले के सैफनी में आठ दिन पूर्व अनुसूचित जाति की किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में अनुसूचित जाति जनजाति आयोग की सदस्य साध्वी गीता प्रधान पीड़ित परिवार के घर उनका हाल जानने पहुंची। डरी सहमी पीड़िता फफक-फफक कर रो पड़ी। दिलासा देने पर उसने अपना दर्द बयां करते हुए आयोग की सदस्य को बताया कि उसके साथ दुष्कर्म नहीं, बल्कि सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। उसने अपने साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म में दो युवकों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी। लेकिन, पुलिस ने उसे धमकाते हुए तहरीर को बदलकर एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कर ली। उसने यह भी बताया कि आरोपित पक्ष के लोग धमकी देते हुए उस पर फैसले का दबाव बना रहे हैं। आयोग की सदस्य ने आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर पीड़िता को इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया।
कार्रवाई के दिए निर्देश
वहीं मौके पर मौजूद शाहबाद कोतवाल को आरोपितों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि आयोग की ओर से आर्थिक सहायता भी दिलवाई जाएगी। इससे बाद भूड़ा स्वर्ग आश्रम पर पहुंच कर गुरु वाला सिद्ध की समाधि पर चादर चढ़ाई। इस मौके पर भाजपा नेता आशीष गुप्ता, प्रवीण जोशी, विक्की चौधरी, महेश गुप्ता, शिवा राणा, शिवम बजरंगी, धर्म कीर्ति लोधी, राजीव शर्मा आदि साथ रहे।
लापरवाही की खुली पोल
पीड़िता ने जिस तरह से आरोप लगाए उससे पुलिस की लापरवाही की बात साफ तौर पर सामने आ रही है। पुलिस आरोपितों पर कार्रवाई करने के बजाय मामलों का अल्पीकरण करने में लगी रहती है। इसकी वजह से उत्पीड़न की शिकार महिलाओं को न्याय नहीं मिल पाता है।