रामपुर के सरकारी स्कूलों में सफाई कर्मी नहीं, बच्चे लगा रहे हैं झाडू
स्कूलों में सफाई व्यवस्था चौपट है। जिनके ऊपर इसका जिम्मा है वही अफसरों के आदेशों को हवा में उड़ा रहे हैं। आलम ये है कि सफाई कर्मियों की बजाय अब स्कूलों में बच्चे झाडू लगा रहे हैं।
रामपुर (जेएनएन): स्कूलों में सफाई व्यवस्था चौपट है। जिनके ऊपर इसका जिम्मा है वही अफसरों के आदेशों को हवा में उड़ा रहे हैं। आलम ये है कि सफाई कर्मियों की बजाय अब स्कूलों में बच्चे झाडू लगा रहे हैं। इसका जीता जागता प्रमाण जनपद के शहर स्थित परिषदीय विद्यालय में देखने को मिला।
जिले के स्कूलों में सफाई का काम कर्मचारियों का है, लेकिन सफाई कर्मी इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं। सफाई का काम गुरुजी करते हैं या फिर बच्चे। गुरु जी झाडू लगाएं, ऐसा बच्चों को भी गवारा नहीं है। हाथ में झाड़ू देखते ही बच्चे स्वेच्छा से सफाई कार्य करते हैं। रसोईया भी सफाई के कार्यों में हाथ बंटाना अपनी शान के खिलाफ समझती है।
शासन का ये था आदेश
यहां बता दें कि शासन स्तर से विद्यालयों में सफाई के लिए गांवों में तैनात सफाई कर्मियों को आदेशित किया गया है। इस आदेश पर चंद सफाई कर्मियों ने अमल किया। ज्यादातर ग्रामीणों की शिकायत है कि जब सफाई कर्मी गांवों में ही नियमित रूप से सफाई करने नहीं पहुंच रहे हैं तो स्कूलों में सफाई कार्य क्या करेंगे। इन परिस्थितियों में स्कूलों में सफाई आदि कार्य कौन करेगा। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
अभियान में कुछ स्कूलों में हुई सफाई
जनपद में स्वच्छ रामपुर, और सुंदर रामपुर नाम से अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में गिने-चुने सफाई कर्मी महीने में दो-चार दिन स्कूलों में पहुंचकर सफाई कर भी दें तो काम चलने वाला नहीं है।
ये बोले अधिकारी
जिला पंचायत राज अधिकारी शरण जीत कौर का कहना है कि सफाई कर्मियों को स्कूलों में सफाई करने के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं। अगर कहीं कर्मचारी सफाई नहीं कर रहे हैं तो प्रधानाध्यापक उन्हे अवगत कराएं, कार्रवाई की जाएगी।