रामपुर डूंगरपुर प्रकरण में सांसद आजम खां के करीबी को मिली जमानत, जानिए क्या है मामला
MP Azam Khan रामपुर के बहुचर्चित डूंगरपुर प्रकरण में पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई जारी है। इसी मामले में आजम के एक करीबी को जमानत मिली है।
रामपुर, जेएनएन। सपा सरकार में डूंगरपुर में मकान तोड़ने और लूटपाट करने के मुकदमों में पुलिस ने सांसद आजम खां के जिन करीबियों को जेल भेजा था। वह अब जमानत पर बाहर आने लगे हैं। सांसद के करीबी अब्दुल्ला परवेज शम्सी को अदालत से तीन मुकदमों में जमानत मिल गई। उन्हें पुलिस ने 21 जून को गिरफ्तार किया था कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया था। तब पुलिस ने पूछताछ में कहा था कि आरोपित ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया था कि उसने व अन्य सपाइयों ने सांसद के कहने पर घटना को अंजाम दिया था
आरोपित ने अदालत में अपने अधिवक्ता डीके नंदा के माध्यम से तीन मुकदमों में जमानत प्रार्थना पत्र लगाया था। अभियोजन ने जमानत पर आपत्ति जताई। अधिवक्ता श्री नंदा ने कोर्ट को बताया कि मुकदमे घटना के तीन साल बाद दर्ज किए गए, उसके एक साल बाद पुलिस ने गिरफ्तारी की। पुलिस ने माल बरामदगी के दौरान कोई वीडियोग्राफी नहीं कराई। पुलिस के पास इसका कोई स्वतंत्र गवाह नहीं है मुकदमा और बरामद की दोनों फर्जी हैं। अधिवक्ता ने बताया कि अदालत ने तीनों मुकदमों में कन्नी वाली गली शुतुरखाना निवासी परवेज शम्सी की जमानत अर्जी मंजूर कर ली है।
यह था मामला
पुलिस लाइन के पास स्थित डूंगरपुर बस्ती में सपा शासनकाल में आसरा कॉलोनी का निर्माण कराया गया था। तब सांसद आजम खान कैबिनेट मंत्री थे। जहां आसरा कॉलोनी बनाई गई वहां पहले से कई लोगों के घर बने हुए थे। इन घरों को तोड़ दिया गया था। सपा सरकार जाने के बाद जिनके मकान तोड़े गए उन लोगों ने गंज कोतवाली में करीब 12 मुकदमे दर्ज कराए थे। इन मुकदमों में सांसद के करीबियों को नामजद किया गया था। मुकदमों में मारपीट, फायरिंग, लूटपाट के भी आरोप लगाए गए थे। अब इन मुकदमों में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है। अब तक करीब 6 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।