Rampur Crime News : जानलेवा हमला करने और मारपीट के मामले में रामपुर कोर्ट नेे दो भाइयों को सुनाई सजा
Rampur Crime News अदालत ने जानलेवा हमला करने में एक भाई को सात साल और दूसरे भाई को मारपीट करने में दो साल की सजा सुनाई है। 28 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। घटना 15 सितंबर 2015 को स्वार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मझरा जोधावाला की है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Rampur Crime News : अदालत ने जानलेवा हमला करने में एक भाई को सात साल और दूसरे भाई को मारपीट करने में दो साल की सजा सुनाई है। 28 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। घटना 15 सितंबर 2015 को स्वार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मझरा जोधावाला की है। यहां रहने वाली कमलेश कौर ने मुकदमा दर्ज कराया था। महिला के चाचा अर्जुन सिंह की दुकान पर गांव का रंजीत सिंह राजू सामान लेने आया था। चाचा ने उसे उधार सामान देने से मना कर दिया। इसी बात पर दोनों के बीच मारपीट हो गई। बाद में राजू का भाई अमरीक सिंह वहां बंदूक और भाला लेकर आ गया। दोनों भाइयों ने चाचा पर हमला कर दिया।
बचाने आए महिला के पिता गुरमुख सिंह गोली लगने से घायल हो गए थे, जबकि चाचा भी भाले की चोट से घायल हो गए थे। पुलिस ने विवेचना के बाद अमरीक सिंह और रंजीत सिंह के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी थी। बचाव पक्ष ने घटना को झूठा बताया, जबकि अभियोजन ने घटना को साबित करने के लिए तमाम साक्ष्य और गवाह पेश किए। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि अपर जिला जज न्यायालय संख्या छह अर्चना यादव ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अमरीक सिंह को दो साल कैद और नौ हजार रुपये जुर्माने की रकम सुनाई है, जबकि उसके भाई रंजीत सिंह राजू को सात साल कैद और 19 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माने की कुल रकम 28 हजार रुपये में से पांच-पांच हजार रुपये घटना में घायल गुरमुख सिंह और अर्जुन सिंह को क्षतिपूर्ति के तौर पर दिए जाएंगे।
संदिग्ध हालात में पूर्व ग्राम प्रधान की मौत : नगर क्षेत्र की ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान सोमवार की सुबह जंगल गए थे। अचानक किसी ने उसके तड़फने की खबर दी। स्वजन मौके पर पहुंच उनको उतराखंड के एक अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। क्षेत्र के मेवला धारू निवासी पूर्व प्रधान सो सिंह रोज की तरह सोमवार की सुबह जंगल गया था। उसी दौरान सात बजे किसी ने उसके बुरी तरह तड़फने की खबर दी। स्वजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और हालत खराब देख उनको उतराखंड के काशीपुर स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया। वहां 11 बजे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर से स्वजनों में कोहराम मच गया। मौत के पीछे गांव में तरह तरह की चर्चाएं हैं। मृतक ग्राम पंचायत मेबला कला से दो बार प्रधान रह चुके हैं। पुलिस को सूचना दिए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया।