Raksha Bandhan 2020 : हल्दी, लौंग, इलायची की बनीं राखियां, मुरादाबाद की प्रधानाध्यापिका का प्रयास
Raksha Bandhan 2020 प्राथमिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका की पहल पर घर-घर पर बनाई गई अनोखी राखी। कोरोना काल में प्राइमरी बच्चों ने भी घर पर कीं तैयार दूसरों को मिलीं प्रेरणा।
मुरादाबाद (अनुज मिश्र)। कोरोना काल को अवसर के रूप में लेने वाले कुछ न कुछ समाज को दिया है। इनमें शामिल है प्राइमरी स्कूल की प्रधानाध्यापिका, जिनके आइडिया से शिक्षकों ने तो घर पर राखी बनाईं, सुदूर गांव-गांव में ऑनलाइन पढऩे वाले बच्चों ने भी घर पर मिलने वाले सामान कलावा, हल्दी, लौंग, इलायची काली मिर्च, कागज, लैस के उपयोग से घर पर राखियां बनायीं और संक्रमण काल में बाजार नहीं जाना पड़ा।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के ब्लाक कुंदरकी स्थित प्राथमिक विद्यालय नगला सालार में तैनात प्रधानाध्यापिका डॉ. सुधा सिरोही ने वाट्सएप ग्रुप पर रक्षाबंधन पर घर पर राखी बनाने की पहल की। राखियां खुद बनाने का सुझाव पसंद आया और हर किचन में मिलने वाले सामान हल्दी, लौंग, इलायची की राखियां बनाईं गईं। राखी तैयार कर गु्रप पर शेयर की गई तो बच्चों में रचनात्मक गुणों का विकास करने के लए तीन दिन की छुट्टी में घर पर ही राखी बनाने को प्रोत्साहित किया। फिर क्या था, बच्चों ने भी घरों पर राखियां बनाईं। शिक्षा के साथ-साथ इस अनूठे प्रयास का सह अध्यापकों ने तो स्वागत तो किया ही, ऑनलाइन पढ़े वाले बच्चों ने भी सहभागिता की।
78 अध्यापक अध्यापिकाओं ने बच्चों को सिखाया राखी बनाना
जनपद स्तर पर खुद द्वारा बनाए गए वाट्सएप ग्रुप पर जानकारी के साथ 78 अध्यापक एवं अध्यापिकाओं ने बच्चों को ऑनलाइन कार्यशाला कर राखियां तैयार करने की जानकारी दी। डॉ. सुधा सिरोही बताती है कि बच्चे बहुत अच्छी रखी बना रहे। डॉ. सुधा सिरोही बताती हैं कि इस पहल का एकमात्र उद्देश्य कोरोना जैसी भयावह बीमारी में लोग बाजार जाने से बचें। घर पर ही राखी तैयार कर आनंद पूर्वक त्योहार बनाए। घर पर तैयार राखियों का आनंद बाजार से खरीदी गई राखियों से बिल्कुल अलग होगा। इसमें एक अलग किस्म का अपनापन होगा।