रेलवे बताएगा कर्मियों के बच्चों को उज्जवल भविष्य का रास्ता
रेलवे कर्मियों के बच्चों को उनकी क्षमता के आधार पर पढ़ाई और जॉब का सुझाव दिया जाएगा
मुरादाबाद : रेल प्रशासन कर्मियों के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मार्ग दर्शन कराने की व्यवस्था करने जा रहा है। बच्चों की क्षमता के आधार पर पढ़ने या प्रतियोगी परीक्षा में पढ़ने या तैयारी करने का सुझाव दिया जाएगा। रेल प्रशासन ने दिल्ली की विशेषज्ञ कंपनी से करार किया है। मंडल भर के रेल कर्मियों के आवेदन मांगे गए हैं।
रेल प्रशासन ने रेल कर्मचारी कल्याण कोष से कर्मियों के बच्चों का विकास कराने की योजना तैयार की है। जिससे रेल कर्मियों को बच्चों को पढ़ाने या नौकरी के लिए प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराने में भाग दौड़ नहीं करनी पड़ेगी। रेल प्रशासन ने मंडल भर के रेल कर्मियों से इसके लिए आवेदन बीस मई तक मांगे हैं। जिससे कि जून से पढ़ाई आदि शुरू की जा सके।
रेल प्रशासन ने दिल्ली की विशेषज्ञ के कंपनी से करार किया है। विशेषज्ञ कंपनी की टीम कक्षा नौ से लेकर स्नातक तक के बच्चों को सुझाव देने का काम करेगी। विशेषज्ञ टीम आवेदन करने वाले बच्चों का पहले साइको टेस्ट करेगी, जिससे पता चल जाएगा कि बच्चे की किस विषय में रुचि अधिक है, किस क्षेत्र की पढ़ाई करनी चाहिए, किस क्षेत्र की प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लेना चाहिए। इसके बाद विशेषज्ञ टीम बच्चों के माता-पिता की काउंसिलिंग करेगी और बच्चों पर रुचि व क्षमता के आधार पर पढ़ाई कराने व नौकरी के लिए प्रतियोगिता में बैठने के बारे में बताएगी। साथ ही आवेदन करने वाले बच्चों को पढ़ाई व प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए एक साल तक ऑनलाइन पढ़ाई की फ्री में व्यवस्था की जाएगी।
प्रवर मंडल कार्मिक अधिकारी विपुल गोयल का कहना है कि रेलवे कर्मचारी कल्याण कोष से कर्मचारी व उसके बच्चों के विकास के लिए काम किया जाता है। इस साल कर्मियों के बच्चों को उज्ज्वल भविष्य का रास्ता दिखाने के लिए योजना तैयार की है। आवेदन मिले के बाद काउंसिलिंग आदि शुरू हो जाएगी।