सेवानिवृत्त कर्मियों को अब फिर से नौकरी नहीं देगा रेलवे, नए साल से लागू हो जाएगी व्यवस्था Moradabad News
कर्मियों की संख्या नियंत्रित कर रेलवे का घाटा कम करने का विभाग कर रहा प्रयास। अब रिटायर कर्मियों को नहीं मिल पाएगा सुविधा का लाभ।
मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया)। रेलवे ने कर्मियों की अघोषित छटनी शुरू कर दी है। सेवानिवृत्ति कर्मियों को पुन: नौकरी पर रखने की व्यवस्था खत्म की जा रही है। विशेष परिस्थिति में जीएम द्वारा सेवानिवृत्त कर्मियों को पुन: नौकरी पर रखा जाता है। एक दिसंबर 2020 से यह व्यवस्था समाप्त हो जाएगी।
रिक्त पदों पर कर्मियों की भर्ती नहीं कर रहा रेलवे
रेलवे लगातार ट्रेन व मालगाड़ी की संख्या बढ़ा रहा है लेकिन रिक्त पदों पर कर्मियों की भर्ती नहीं कर रहा है। इस कारण ट्रेनों का संचालन कठिन होता है। इस समस्या से निपटने के लिए रेलवे सेवानिवृत्त रेल कर्मियों को पुन: पांच साल की नौकरी दे देता है। दूसरी ओर रेलवे को घाटे से बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैैं। खर्चों में कटौती शुरू कर दी है। आफिस खर्च में कमी करने का आदेश है। आला अधिकारियों के आफिस आने वाले अतिथि के सत्कार व्यय में कटौती की जा चुकी है।
रेलवे ने नई व्यवस्था पर शुरू किया काम
रेलवे ने अब कर्मियों की संख्या कम करने की व्यवस्था पर काम करना शुरू कर दिया है। प्रथम चरण में सेवानिवृत्ति के बाद रखे गए कर्मियों को हटाया जाएगा। रेलवे बोर्ड संयुक्त निदेशक इएसटीटी (एन द्वितीय) एमएम राय ने 28 नवंबर को पत्र जारी किया है। इसमें कहा है कि 31 मार्च के बाद सेवानिवृत्त कर्मियों को पुन: नौकरी पर नहीं रखा जाएगा। कार्यरत सेवानिवृत्त कर्मियों को हटा दें। सेवानिवृत्त कर्मियों को विशेष परिस्थितियों में किसी पद पर रखने का जो अधिकार महाप्रबंधक को है। वह एक दिसंबर 2020 के बाद खत्म हो जाएगा।
अपर मंडल प्रबंधक एमएस मीना ने बताया सेवानिवृत्त रेल कर्मियों को पुन: नौकरी देने के मामले में नया आदेश मिल गया है। इस पर अमल कराने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।