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ट्रेन के जर्जर कोच बनेंगे दो पहिया वाहनों के शोरूम, रेलवे की आमदनी भी बढ़ेगी, फोटो में देखें कैसा होगा कोच

Indian Railway News रेलवे ने अपने पुराने कोच को से आमदनी करने का नया तरीका खोज निकाला है। पुराने कोच को रेलवे दो पहिया वाहनों के शोरूम में विकसित करेगा। चौंक गए न कि आखिर ट्रेन के कोच में कैसे बनेगा शोरूम लेकिन यह सच है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 04:33 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 04:33 PM (IST)
ट्रेन के जर्जर कोच बनेंगे दो पहिया वाहनों के शोरूम, रेलवे की आमदनी भी बढ़ेगी, फोटो में देखें कैसा होगा कोच
कारोबारी सड़क मार्ग के बजाय रेल मार्ग से माल की ढुलाई शुरू कर दिया है।

मुरादाबाद, (प्रदीप चौरसिया)। Indian Railway News : रेलवे ने अपने पुराने हो चुके कोच को नष्ट करने के बजाय उससे आमदनी करने का नया तरीका खोज निकाला है। पुराने कोच को रेलवे दो पहिया वाहनों के शोरूम में विकसित करेगा। चौंक गए न कि आखिर ट्रेन के कोच में कैसे बनेगा शोरूम, लेकिन यह सच है। दरअसल रेलवे अपने पुराने कोच को इस तरह से विकसित करेगा कि उसमें दो पहिया वाहनों की ढुलाई हो सके। नए वाहनों को एक शहर के शोरूम से दूसरे शहर भेजने के लिए रेलवे बुकिंग लेगा। जिनको नए विकसित कोच में ऐसे रखा जाएगा कि जहां ट्रेन रुकेगी वहां पर इन वाहनों का प्रदर्शन किया जा सके। अधिक माल की ढुलाई के लिए डबल डेकर की व्यवस्था रहेगी। कंपनी कम समय में अधिक माल की ढुलाई कर पाएंगे और इससे रेलवे की आय में वृद्धि भी होगी।

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कोरोना संक्रमण के बाद रेलवे प्रशासन आय अर्जित के लिए माल ढुलाई पर ध्यान देना शुरू कर दिया। कोरोना के समय ट्रेनों के नहीं चलने के बाद भी रेल 70 फीसद तक आय अर्जित किया है। रेलवे माल ढुलाई के लिए प्रत्येक रेल मंडल मुख्यालय पर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट (बीडीयू) स्थापित किया है। अधिकारी व्यापारियों, कंपनियों से संपर्क करते है और माल ढुलाई के साथ व्यापारियों के सुझाव के आधार पर माल ढुलाई में सुधार भी कराते है। इसके बाद कारोबारी सड़क मार्ग के बजाय रेल मार्ग से माल की ढुलाई शुरू कर दिया है।

दूसरी ओर रेल प्रशासन यात्रियों के लिए पुराने कोच के स्थान पर लिंके हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच ट्रेनों में लगा रहे हैं। जिसमें यात्रियों को आधुनिक सुविधा उपलब्ध हो रही है। रेलवे पुराने कोच को नष्ट करने के बजाय कुछ कोच में बिना सुधार किए ही माल की ढुलाई शुरू कर दिया है। कुछ पुराने कोच में सुधार कर माल ढुलाई के लिए तैयार किया जा रहा है। दो पहिया वाहन की ढुलाई के लिए डबल डेकर कोच बनाया है। जिसमें नीचे और उसके ऊपर दो पहिया वाहन रखा जा सकता है।

कोच को दो पहिया वाहन के शो रूम की तरह तैयार किया गया है। बीच रास्ते कोच को खड़ी कर कंपनी दो पहिया वाहन का प्रदर्शन कर सकता है और वाहन के बुकिंग के लिए आर्डर ले सकता है। रेलवे मंत्रालय ने दो पहिया वाहन की ढुलाई के लिए डबल डेकर कोच का ट्वीट कर फोटो जारी किया है। नये कोच में अधिक से अधिक दो पहिया वाहन कंपनी भेज सकते हैं, रेल प्रशासन ने कोच में सुधार करने के बाद अधिक आय अर्जित करना शुरू कर दिया है। मुरादाबाद रेल मंडल के हरिद्वार से भी आटोमोबाइल को बाहर भेजा जाता है।


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