कोरोना वायरस से निपटने के लिए रेल प्रशासन तैयार, रेलवे अस्पताल में बना अलग वार्ड Moradabad News
प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा ने बताया कि रेलवे अस्पताल में विशेष व्यवस्था की गई है। कोरोना पीडि़त यात्रियों को अस्पताल पहुंचाने का इंतजाम किया गया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। रेलवे ने कोरोना पीडि़त रेल कर्मियों को इलाज देने और यात्रियों अस्पताल तक पहुंचाने की तैयारी कर ली है। रेलवे अस्पताल में विशेष वार्ड बनाकर एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की है।
रेलवे अस्पताल में अलग वार्ड
अभी तक कोरोना से पीडि़त रेल कर्मियों और उनके परिवार वालों को इलाज के लिए दिल्ली स्थित रेलवे के केंद्रीय अस्पताल में विशेष व्यवस्था है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोरोना को महामारी घोषित करने के बाद रेल प्रशासन भी सर्तक हो गया है। रेलवे ने मंडल स्तरीय रेलवे अस्पताल में आठ बेड का एक अलग वार्ड तैयार किया है। इलाज के लिए सभी दवाइयां आरक्षित कर ली गई है। रेल मंडल के प्रमुख अस्पतालों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। कोरोना से पीडि़त यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने के लिए विशेष एम्बुलेंस की व्यवस्था की है।
यात्रियों को मिलेगी सुविधा
इलाज की सुविधा के लिए मंडल के सभी जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क किया गया है। ऐसे यात्रियों को विशेष एंबुलेंस से तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाएगा और इलाज व जांच कराने की व्यवस्था करेगा।
उत्तर रेलवे मुख्यालय ने मंडल में कोरोना के लिए नोडल अधिकारी प्रवर मंडल चिकित्साधिकारी सुषमा राठी को बनाया गया है। कोरोना रोगी का इलाज करने की लिए अपर मंडल चिकित्साधिकारी डा. शैलेंद्र दीक्षित, जागरूकता कार्यक्रम के लिए अपर मंडल चिकित्साधिकारी डा. रवि कांत को तैनात किया गया है। कोरोना रोगियों के इलाज में सहयोग करने के लिए पैरामेडिकल स्टाफ भी तैनात किया है। रेलवे अस्पताल में कंट्रोल रूम शुरू किया गया है। यहां के टेलीफोन संख्या 0591-2412051 लगाया गया है। कोरोना का इलाज करने वाले चिकित्सकों को 24 घंटे सतर्क रहने का आदेश दिया है।
टेस्ट पर रोक लगाने की मांग
कोरोना वायरल फैलते देखते हुए चालक, गार्ड को ब्रेथ एनालाइजर से टेस्ट करने पर रोक लगाने की मांग की गई है। आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के मंडल सचिव महेश कुमार ने मंडल रेल प्रबंधक को पत्र भेजा है, जिसमें कहा है कि कोरोना के कारण हाजिरी लगाने वाला सिस्टम बायोमेट्रिक पर रोक लगा दिया है। ड्यूटी पर आने व जाने वाले चालक व गार्ड को शराब नहीं पीने होने का प्रमाण के लिए ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट कराना पड़ेगा है, इससे भी कोरोना फैलने का खतरा है। इस पर भी रोक लगाने की मांग किया है।