दुष्कर्मी को दिलाई सजा, अनु को मिला केंद्रीय गृहमंत्री पदक Rampur News
उपनिरीक्षकअनु तोमर मूल रूप से बागपत जिले की निवासी हैं। उनके पति शरद पवार भी दारोगा हैं। इस समय वह एसपी के पीआरओ हैं।
रामपुर, जेएनएन। उपनिरीक्षक अनु तोमर ने दुष्कर्मी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। तेजी से जांच पड़ताल करते हुए एक साल के अंदर ही उसे सजा भी दिला दी। उनकी कार्यशैली से खुश होकर भारत सरकार ने उन्हें केंद्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया है। पुलिस लाइन में गणतंत्र दिवस के मौके पर हुए समारोह में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अनु को यह पदक दिया तो पंडाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।
महिला सहायता प्रकोष्ठ की हैं प्रभारी
उपनिरीक्षक अनु इस समय पुलिस अधीक्षक कार्यालय में महिला सहायता प्रकोष्ठ की प्रभारी हैं । उन्हें अपराधियों से सख्त नफरत है। महिलाओं के साथ अपराध करने वालों को तो वह कड़ी सजा दिलाने की पक्षधर हैं। करीब तीन साल पहले वह बिजनौर जिले के धामपुर थाने में तैनात थीं। वहां एक किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना हुई, जिसकी विवेचना अनु को मिली। उन्होंने विवेचना मिलते ही दुष्कर्मी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। साथ ही तेजी से विवेचना की और सालभर के अंदर ही दुष्कर्मी को सजा भी दिला दी। इस मामले में उन्होंने जितनी उत्कृष्टता दिखाई उससे पुलिस महकमे में उनकी खूब वाहवाही हुई।
आला अफसरों ने की सराहना
पुलिस के आला अफसरों ने भी उनके इस कार्य की प्रशंसा की और भारत सरकार से उन्हें पुरस्कार दिलाने के लिए सिफारिश की। इसपर उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से अन्वेषण में उत्कृष्टता केंद्रीय गृहमंत्री पदक प्रदान किया गया। पुलिस लाइन में हुए भव्य समारोह में केंद्रीय मंत्री श्री नकवी के हाथों से पुरस्कार पाकर वह गदगद हो गईं। बोली आज मैं बहुत खुश हूं और प्रण करती हूं कि महिलाओं के साथ अपराध करने वालों को आगे भी तत्परता से सजा दिलाने का प्रयास करती रहूंगी। केंद्रीय गृहमंत्री पदक मिलने पर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा समेत तमाम पुलिस अफसरों ने मुबारकबाद दी।