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मुरादाबाद में निजी अस्पतालाें की मनमानी, नहीं दे रहे बेड खाली हाेने की जानकारी, जानिए क्या है हालात

कोरोना महामारी में मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड की उपलब्धता के लिए शासन-प्रशासन ने निर्देश दिए थे। लेकिन नियमों का पालन नहीं होने से लोगों के जीवन से खिलवाड़ हो रहा है। एल-टू अस्पताल को छोड़ किसी अस्पताल के बाहर बोर्ड नहीं लगाया गया है

By Ravi MishraEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 05:20 PM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 05:20 PM (IST)
मुरादाबाद में निजी अस्पतालाें की मनमानी, नहीं दे रहे बेड खाली हाेने की जानकारी, जानिए क्या है हालात
मुरादाबाद में निजी अस्पतालाें की मनमानी, नहीं दे रहे बेड खाली हाेने की जानकारी

मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना महामारी में मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड की उपलब्धता के लिए शासन-प्रशासन ने निर्देश दिए थे। लेकिन, नियमों का पालन नहीं होने से लोगों के जीवन से खिलवाड़ हो रहा है। एल-टू अस्पताल को छोड़ किसी अस्पताल के बाहर बोर्ड नहीं लगाया गया है, जिससे मरीजों को अस्पताल में खाली बेड की जानकारी हो सके। तीमारदार मरीज को वाहन में लेकर पहुंचते हैं लेकिन, उन्हें सिवाए ठोकरें खाने के कुछ हाथ नहीं लगता। कुछ अस्पताल में तो घंटों बैठाने के बाद मना कर दिया जाता है। गुरुवार को जागरण टीम ने एल-टू अस्पताल, सरकारी जिला अस्पताल, दिल्ली रोड के दो निजी अस्पतालों की व्यवस्था की पड़ताल की। जहां एल-टू को छोड़ बाकी बोर्ड कहीं दिखाई नहीं मिला, जिससे पूरी जानकारी मिल सके।

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सुबह 11:45 बजे एल-टू अस्पताल

जिला पुरुष अस्पताल के पीछे बनी 100 बेड बिल्डिंग में एल-टू अस्पताल संचालित है। बेड फुल हैं। दरवाजे पर बोर्ड लगा हुआ है। मरीजों की संख्या समेत आइसोलेशन में भर्ती मरीजों की संख्या भी दर्ज थी। हेल्पलाइन नंबर भी लिखे थे। वहीं अस्पताल के गेट को मलेरिया विभाग की टीम ने सैनिटाइज किया।

दोपहर 12 :10 बजे जिला अस्पताल

जिला अस्पताल में मरीजों के लिए बोर्ड नहीं लगा था। के इमरजेंसी में 12 मरीज भर्ती हैं। सारी वार्ड में तीन और डॉक्टर के कक्ष में स्ट्रेचर पर चार मरीज भर्ती थे। उत्तराखंड के काशीपुर से तुषार को लाया गया था। मारुति वैन में बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ मरीज को लाए थे। इमरजेंसी में गए थे। तीमारदारों के बैठने की जगह थी। वहीं मरीज को लिटा दिया गया।

दोपहर 12:45 बजे दिल्ली रोड

दिल्ली रोड स्थित साईं अस्पताल के बाहर तीमारदारों की भीड़ लगी थी। अस्पताल के गेट पर मरीजों की जानकारी का कोई बोर्ड नहीं लगा था। सामान्य मरीजों की भी आवाजाही लगातार चल रही थी। मेडिकल स्टोर पर शारीरिक दूरी के नियम का कोई पालन नहीं हो रहा था। मरीज की स्थिति जानने के लिए लोग परेशान थे।-

दोपहर 1: 25 बजे दिल्ली रोड

एपेक्स अस्पताल में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज हो रहा है। यहां भी मुख्य द्वार के बाद मरीजों की जानकारी के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। तीमारदार भी इधर से उधर घूमते दिखाई दिए। संक्रमित लोगों के स्वजन के बार-बार पूछने पर भी उन्हें मरीजों की हालात के बारे में जानकारी नहीं दी जा रही थी।

मौत का आंकड़ा अपडेट नहीं

एल-टू, एल-थ्री अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों में संक्रमण से मरने वालों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। लेकिन, कोविड-19 पोर्टल पर डाटा अपडेट नहीं हो रहा है। जिससे सही जानकारी मिल सके।

जो अस्पताल नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। वहां निरीक्षण कराया जाएगा। ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई भी जाएगी। हमारा प्रयास है लोगों को दुश्वारी न हो। अस्पताल ऐसी व्यवस्थाएं बनाएं। जिससे लोगों को भटकना नहीं पड़े।डॉ. विनीत कुमार शुक्ला, अपर निदेशक चिकित्सा एवं परिवार कल्याण 


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