Move to Jagran APP

पाई-पाई के इजाफे से आसमान पर महंगाई

पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी से बढ़ रही है महंगाई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Sep 2018 01:48 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 01:48 PM (IST)
पाई-पाई के इजाफे से आसमान पर महंगाई
पाई-पाई के इजाफे से आसमान पर महंगाई

मुरादाबाद (प्राजुल श्रीवास्तव)। पेट्रोल-डीजल के दामों में कभी दो पैसे तो कभी एक पैसे की बढ़ोत्तरी ने बाजार में आग लगा दी है। आलम यह है कि पिछले एक साल में डीजल के दाम में जहा 12 रुपये की, वहीं पेट्रोल के दाम में दस रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। इन आसमान छूती कीमतों की वजह से ट्रासपोर्टेशन भी महंगा हो गया है, जिसकी वजह से एक साल के अंदर ही पंद्रह सौ से लेकर एक हजार रुपये तक आयात-निर्यात का खर्च बढ़ गया है। जिसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है। आकड़ों पर गौर करें तो कपड़ा कारोबार में ही पिछले एक साल में दस से बीस फीसद की महंगाई आ गई है। हजार से पंद्रह सौ रुपये तक बढ़ा परिवहन किराया

loksabha election banner

ट्रासपोर्ट कंपनी के मालिक विकास राय का कहना है कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से निर्यात करना महंगा होता जा रहा है। ट्रक ऑपरेटर भी ज्यादा भाड़े की माग कर रहे हैं। लेकिन माल का आर्डर देने वाली पार्टी ज्यादा दाम चुकाने को तैयार नहीं होती जिस वजह से परेशानी ट्रासपोर्टरों को ही होती है। इसी तरह दीप बताते हैं कि फरीदाबाद और मुंबई से माल मंगाने के खर्च में भी काफी इजाफा हुआ है। कपड़ा कारोबार में दस से बीस फीसद महंगाई

होलसेल कपड़ा व्यापारियों की मानें तो मुरादाबाद में प्रतिदिन गुजरात, राजस्थान से छह ट्रक कपड़ा मंगाया जाता जाता है। एक साल पहले माल मंगाने का खर्च 400 रुपये प्रति कुंतल था, लेकिन अब यही 450 रुपये प्रति कुंटल हो गया है। जिस कारण दस से बीस फीसद की महंगाई भी इस कारोबार में आ गई। इसके अलावा पैकिंग मेटीरियल भी काफी महंगा हुआ है। सब्जियों पर भी पड़ेगा बढ़ते डीजल के दाम का असर

सब्जी व्यापारी शाहबाज हुसैन का कहना है कि पहाड़ी इलाकों से जो सब्जिया मंडी में मंगाई जाती हैं, उनकी सप्लाई बाढ़ और मानसून की वजह से पहले से बाधित है। ऐसे में ट्रासपोर्टेशन महंगा होने से जल्द ही सब्जियों के दामों में भी इजाफा होने का अंदेशा है। रोजमर्रा की चीजों के दाम भी बढऩे के आसार

जानकारों की मानें तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुए इजाफे के बाद कई बड़ी कंपनिया भी अपने उत्पादों के दामों में परिवर्तन करने जा रही हैं। ऐसे में पेट्रोल-डीजल के दाम अगर कम न हुए तो जल्द ही और महंगाई बढऩे के आसार हैं। इस तरह आसमान पर पहुंचे दाम

समय डीजल पेट्रोल

एक साल पहले 59.96 72.72

छ: महीने पहले 63.67 74.37

तीन ,, ,, 69.09 78.33

एक ,, ,, 69.27 78.16

वर्तमान 72.55 80.33

नोट- दाम रुपये प्रति लीटर में शहरों के लिए ऐसे बढ़ा आयात का खर्च

शहर पहले अब

रामपुर 6000 7000

रुद्रपुर 12000 11000

दिल्ली 9500 8000 ट्रासपोर्टर विकास राय का कहना है कि

पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों ने आयात निर्यात का खर्च भी बढ़ा दिया है। पिछले एक साल में एक हजार रुपये तक दाम बढ़ गए हैं।

मुरादाबाद होलसेल कपड़ा कमेटी के अध्यक्ष गिरीश भंडुला का कहना है कि पहले जो माल 400 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से माल मंगाया जाता था, अब उसके 450 रुपये लिए जा रहे हैं। जिस वजह से दस से बीस फीसद कपड़ा उद्योग महंगा हुआ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.