Positive India : सिपाही की पत्नी ने नहीं कराया कन्याओं को भोज, पीएम कोष में भेजे दो हजार रुपये Sambhal News
Positive India कोरोना संकट की घड़ी में लोग मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा रहे हैं। सम्भल में एक सिपाही की पत्नी ने राहत कोष में रुपये जमाकर नजीर पेश की।
सम्भल, जेएनएन। कोरोना संकट के समय में लोग मदद के लिए आगे आ रहे हैं। जो जिस तरह से मदद कर सकता है वह उस तरह से राहत कोष में रुपये जमा करा रहा है। सम्भल जिले के चन्दौसी में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया। दरअसल लॉकडाउन का पालन करने वालों ने रामनवमी का पर्व अपने घर में ही मनाया। हवन के बाद घरों में पूजा पाठ ही की। नगर में सिपाही पत्नी ने घर पर कन्या भोज नहीं कराया, उसमें खर्च होने वाली धनराशि को प्रधानमंत्री राहत कोष में भेज दी।
देश को इसकी जरूरत
जनपद बिजनौर के गांव अखलासपुर निवासी मोकक्षेंद्र कुमार सिपाही की सम्भल जिले के थाना बनियाठेर में तैनाती है। उनकी पत्नी प्रियंका बच्चों के साथ चन्दौसी में ही रहती हैं। उन्होंने सुबह हवन किया। इसके बाद कन्या भोज में खर्च होने वाली धनराशि दो हजार रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए ऑनलाइन भेज दी। उन्होंने बताया कि हर बार रामनवमी पर कन्याओं को भोज कराती थीं। इस बार भोज नहीं कराया। यदि इतनी-इतनी मदद सभी लोग करने लगे तो देश अधिक ताकत के साथ कोरोना वायरस से लड़ सकेगा।
इससे पूर्व भी कई लोग भेज चुके हैं रुपये
मुरादाबाद मंडल में इससे पूर्व भी कई लोग राहत कोष में रुपये भेज चुके हैं। मुरादाबाद देहात इलाके के एक सफाई कर्मी ने अपनी परेशानियों के बावजूद पांच हजार रुपये की मदद भेज कर लोगों के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया था। प्रियंका का कहना है कि देश को जन सहयोग की जरूरत है। कोरोना के खिलाफ जंग में हमें एकजुटता दिखाकर अपनी भागीदारी सुनिश्चत करनी होगी।