Pollution : हवा में घुला जहर, लगातार आठवें दिन रेड जोन में मुरादाबाद
Pollution in Moradabad नवंबर माह की शुरुआत से ही मुरादाबाद की आबोहवा बिगड़ी हुई है। लगातार आठवें दिन मुरादाबाद रेड जोन में रहा। इस समय हवा की गुणवत्ता इतनी खराब है कि स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार हो सकता है।
मुरादाबाद, जेएनएन। मुरादाबाद की आबोहवा में कोई भी सुधार होता नहीं दिख रहा है। आलम यह है कि नवंबर शुरू होने के बाद लगातार आठवें दिन भी मुरादाबाद रेड जोन में शामिल रहा।
रविवार की दोपहर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए एक्यूआइ बुलेटिन के तहत मुरादाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 397 मापा गया, जो शनिवार की अपेक्षा में एक अंक बढ़ा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह हवा स्वस्थ लोगों के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती है और आने वाले दिनों में दमा, अस्थमा जैसी सांस की बीमारी वाले मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।
नवंबर की शुरुआत होने के साथ ही मौसम तेजी से बदल रहा है। पारा गिरने से ठंड लगातार बढ़ रही है, इसके चलते वायु गुणवत्ता सूचकांक भी प्रभावित हो रहा है पिछले एक सप्ताह के आंकड़ों का पर गौर करें तो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मुरादाबाद को लगातार रेड जोन में रखा है। भले ही पिछले दो दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक तीन से चार अंक नीचे आया हो, लेकिन अभी भी मुरादाबाद की हवा में जहर घुला हुआ है। हिंदू कॉलेज की वनस्पति विज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनामिका त्रिपाठी का कहना है कि वायु में प्रदूषण के हल्के तत्व मिलकर हवा को प्रदूषित कर रहे हैं। वहीं साथ ही ठंड शुरू होने के कारण यह तत्व हवा में व्याप्त नमी के कारण ये तत्व भारी होकर नीचे ही रह रहे हैं, जिसके कारण सुबह-सुबह स्मॉग की स्थिति बन रही है।
बरतनी होगी विशेष सावधानी
प्रदूषण की वजह से स्वास्थ्य न खराब हो इसके लिए कुछ एहतियात बरतने होंगे। सुबह टहलने से बचें, बिना मास्क लगाए घर से न निकलें, अस्थमा और दमा रोगी विशेष तौर पर सावधानी बरतें। बाहर की आबोहवा से दूर रहें।