मुरादाबाद में एमडीए के फर्जी नक्शे पर हो रही थी प्लाटों की बिक्री, नौ को कारण बताओ नोटिस
मंडलायुक्त ने जांच भी एमडीए सचिव प्रेरणा शर्मा को सौंपी थी। जमीन का समायोजन गलत तरीके से करने और अधिग्रहित जमीन को मुक्त करने में पांच लोगों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।
मुरादाबाद। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण का फर्जी नक्शा वेबसाइट में डालकर कॉलोनी विकसित कर बिक्री करने का मामला पकड़ में आया है। एमडीए सचिव प्रेरणा शर्मा इन इस मामले में नवताप बिल्डर्स की अगवानपुर स्थित योजना के खिलाफ नोटिस जारी किया है। इस फर्म के कुल नौ लोगों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए फर्जी नक्शा डालने के मामले में चार दिन में जवाब मांगा गया है। तय समय पर कोई जवाब नहीं आने पर प्राधिकरण अफसरों ने कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा है।
एमडीए दफ्तर से पांच किलो मीटर दूरी पर नवताप बिल्डर्स की ओर से कालोनी विकसित की जा रही है। इस कॉलोनी का नक्शा एमडीए से पास नहीं कराया गया है, जबकि बिल्डर्स की वेबसाइट में एमडीए से पास नक्शे का प्रचार-प्रसार करके प्लाटों की बिक्री की जा रही है। मामले की पड़ताल करने के लिए एक आवंटी एमडीए सचिव के पास आया था, जिसके बाद यह पूरा मामला पकड़ में आया। एमडीए सचिव प्रेरणा शर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी होने के बाद स्थानीय अवर अभियंता को मौके पर भेजकर जांच भी कराई थी। जिसमें शिकायत को सही पाया गया। इस मामले में बिल्डर्स के निदेशक मंडल के नौ सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अगर चार दिनों में संतोषजनक जवाब नहीं मिलेगा को कॉलोनी को ध्वस्त करने के साथ ही गुमराह करने के मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कार्रवाई शुरू हो गई
जमीन समायोजन करने के मामले में शासन के निर्देश पर पांच लोगों के खिलाफ जांच की कार्रवाई शुरू हो गई है। जिसमें अधीक्षण अभियंता,अधिशासी अभियंता,अवर अभियंता,संपत्ति प्रभारी बाबू और लेखपालों को आरोपित बनाते हुए नोटिस जारी किए हैं।शासन के निर्देश पर इन सभी लोगों से जवाब मांगा गया है। हालांकि इनमें से केवल लेखपाल इस समय प्राधिकरण कार्यालय में कार्यरत हैं,जबकि अवर अभियंता, संपत्ति प्रभारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। अधीक्षण अभियंता इस समय आगरा विकास प्राधिकरण में तैनात हैं, जबकि अधिशासी अभियंता मौजूदा समय में बरेली विकास प्राधिकरण में है। एमडीए सचिव प्रेरणा शर्मा ने बताया कि दो इंजीनियरों के खिलाफ शासन स्तर से जांच के आदेश दिए हैं। इन इंजीनियरों की जांच बरेली मंडलायुक्त को सौंपी गई हैं, स्थानीय स्तर पर सेवानिवृत्त बाबू, अवर अभियंता और लेखपाल को इन आरोपों के संबंध में नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया है।
ये था मामला
गौरतलब है कि एमडीए के अधिग्रहीत योजना हरथला मुस्तक के गाटा संख्या-58 की 6313.10 वर्ग मीटर जमीन अब्दुल गनी के नाम पर थी, इस जमीन को उनके वारिसों के नाम पर छोड़ा गया था। लेकिन एमडीए में तैनात रहे अवर अभियंता चालाकी दिखाते हुए भू-स्वामी के तीन पुत्रों से अपने पत्नी के नाम पर रजिस्ट्री करा ली थी। एक ही जमीन पर पांच लोगों के मालिकाना दावे को लेकर मामला मंडलायुक्त की कोर्ट में सुनवाई के बाद दिसंबर 2019 में इस मामले में फैसला आया था। जिसमें इन सभी लोगों को दोषी पाया गया था।
सेवानिवृत्त दो आरोपित और लेखपाल के खिलाफ स्थानीय स्तर पर आरोप पत्र जारी कर दिया गया है। जवाब संतोषजनक न होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रेरणा शर्मा, सचिव, एमडीए