यूट्यूब पर वीडियो देखकर बनाई थी एटीएम लूट की योजना Mordabad news
रिटायर रेलवे गार्ड बेटे विनीत कुमार ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर अपने साथी रजत कुमार के साथ एटीएम लूट करने की योजना बनाई थी। उसे एटीएम बॉक्स की मजबूती का अंदाजा ही नहीं था।
मुरादाबाद: रिटायर रेलवे गार्ड बेटे विनीत कुमार ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर अपने साथी रजत कुमार के साथ एटीएम लूट करने की योजना बनाई थी। उसे एटीएम बॉक्स की मजबूती का अंदाजा ही नहीं था। शॉर्ट मालामाल होने का सपना देखा और अपने साथी को लेकर दीनदयाल नगर में साईं मंंदिर के पास एटीएम से केश लूटने पहुंच गया। पुलिस के मुताबिक विनीत और उसके साथी रजत कुमार ने पहले पीएसी के सामने वाले एसबीआई के एटीएम को देखा। वहां गार्ड से पूछा केश है क्या। गार्ड ने एटीएम में केश न होने की बात करके दोनों को बाहर से ही लौटा दिया। विनीत स्मैक पीने का आदी है। परिवार वाले भी उससे तंग रहते हैैं। आए दिन परिवार में ही स्मैक के लिए रुपये मांगने को लेकर ही उसका विवाद होता रहता है। पिता भी उसके खुश नहीं रहते हैैं। नशे और परिवार के ठुकराने की वजह से विनीत गलत संगत में पड़ गया। 2011 में वह मोबाइल लूट के आरोप में जेल गया। जमानत होने के बाद भी उसने गलत प्रवृत्ति के युवकों का साथ नहीं छोड़ा और अपराध की दुनिया में आ गया। प्रभारी निरीक्षक सिविल लाइंस नवल मारवाह ने बताया कि विनीत का कहना है कि उन्होंने एटीएम लूट की कई वारदातों को यूट्यूब पर देखा। बरेली में हुई एटीएम लूट की घटना की वीडियो भी देखी। इसके बाद घटना को अंजाम देने की योजना बनाई। लेकिन, यह मालूम नहीं था कि एटीएम केश बॉक्स को आसानी ने नहीं तोड़ा जा सकता है।
चौकीदार की बहादुरी ने बचाई पुलिस की इज्जत
चौकीदार फूल सिंह की बहादुरी की वजह से ही पुलिस की इज्जत बच पाई है। खाना खाकर आने के बाद उसने एटीएम को तोड़कर लूटने की कोशिश करने वाले को जान जोखिम में डालकर शटर गिराकर अंदर बंद कर दिया। इतना ही नहीं वह आरोपित के हमला करने पर उससे भिड़ भी गया। आरोपित पर असलाह होता तो गोली भी चला सकता है। इसके बाद आधी रात को फोन करके पुलिस को बुला लिया।
पहले भी हो चुकी है एटीएम लूटने की कोशिश
साईं मंदिर रोड पर इससे पहले भी लुटेरे एटीएम लूटने की कोशिश कर रहे चुके हैैं। लुटेरे एटीएम बूथ में घुसकर उसे उखडऩे की कोशिश कर रहे थे। घटना के समय पुलिस अचानक मौके पर पहुंच गई थी। लुटेरे पुलिस को देखकर भाग गए थे। लुटेरे सीसीटीवी में कैद हो गए थे। पुलिस ने मुकदमा लिखकर कुछ दिन ही उनकी तलाश की और बाद में मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। नतीजा यह हुआ कि अभी तक एटीएम उखाडऩे की कोशिश करने वाले पकड़े ही नहीं गए।