जुआ सट्टा के कारोबार में बर्बाद हो रहे लोग, पुलिस की भूमिका संदिग्ध Amroha news
जनपद अमरोहा के हसनपुर में जुआ और सटटे का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस पूरे खेल में स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध बतायी जा रही है।
मुरादाबाद । अमरोहा के हसनपुर में जुआ व सट्टा पकड़े जाने के बाद सट्टेबाजों के साथ हसनपुर पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। सूचना मिलने पर एसपी डॉ. विपिन ताडा ने सख्त रूख अपनाया है। इस मामले में उन्होंने जांच बैठा दी है। हसनपुर पुलिस की भूमिका की जांच एएसपी को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कई पुलिस कर्मियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।
यह है पूरा मामला
हसनपुर नगर क्षेत्र के मुहल्ला काला शहीद समेत कई गली-मुहल्लों में सट्टे व जुआ का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा था। इस मामले में पुलिस की भूमिका पर पहले से भी उंगली उठती रही है। तीन दिन पहले नगर के लोगों ने एसपी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांगी थी। पुलिस पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया था। लोगों की शिकायत को एसपी ने गंभीरता से लिया। गोपनीय तरीके से गुरुवार शाम को क्राइम ब्रांच प्रभारी नीरज मलिक, उप निरीक्षक राजीव कुमार शर्मा, अजय शर्मा की टीम बनाकर छापेमारी कराई। बाहरी पुलिस को देखकर सट्टेबाजों में खलबली मच गई। इस दौरान आरोपितों ने पुलिस पर फायङ्क्षरग कर दहशत फैलाई थी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंंग ।
दोषी पुलिस कर्मियों पर गाज गिरना तय
पुुलिस ने घेराबंदी कर दस सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया था। इसके कब्जे से बड़ी संख्या में अवैध शस्त्र, कारतूस और नकदी मिली। इस सारे प्रकरण में हसनुपर पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। चर्चा है कि सट्टेबाजों से हर महीना पुलिस के कुछ कर्मियों को मोटी रकम मिलती थी। यह मामला संज्ञान में आने के बाद शुक्रवार को एसपी डॉ. विपिन ताडा ने एएसपी अजय प्रताप ङ्क्षसह को इस मामले में हसनपुर पुलिस की भूमिका की जांच सौंपी है। अब अगर सट्टेबाजों के साथ पुलिस की भूमिका पाई जाती है तो कई पुलिस कर्मियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। एसपी ने बताया कि हसनपुर पुलिस की भूमिका की जांच एएसपी से कराई जा रही है।