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बेटियों को योजना का लाभ दिलाने के लिए मां-बाप ने छिपाई बच्चों की संख्या Amroha News

जांच में 800 आवेदन गलत निकलने पर अफसरों ने किए निरस्त। अमरोहा में ढूंढे से भी नहीं मिल रहे दो बेटियों वाले परिवार।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 11:05 AM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 11:05 AM (IST)
बेटियों को योजना का लाभ दिलाने के लिए मां-बाप ने छिपाई बच्चों की संख्या  Amroha News
बेटियों को योजना का लाभ दिलाने के लिए मां-बाप ने छिपाई बच्चों की संख्या Amroha News

अमरोहा (राहुल शर्मा)। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ बेटियों को दिलाने के लिए किसी मां-बाप ने बच्चों की संख्या छिपाई तो किसी ने उम्र। इसका खुलासा तब हुआ जब अधिकारियों ने आवेदन पत्रों की पड़ताल की। इसमें 800 आवेदन गलत मिले। मामले को गंभीरता से लेते हुए अफसरों ने उनको तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है।

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यह है पूरा मामला

समाज में फैली कन्या भ्रूण हत्या और बाल विवाह जैसी कुरीतियों को दूर करने और उनको शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना शुरू की है। इसके तहत बेटी के जन्म से लेकर उसकी पढ़ाई तक सरकार द्वारा धनराशि आवंटित की जाएगी। छह श्रेणियों में सरकार लाभार्थी को यह धनराशि उपलब्ध कराएगी। जनपद में अभी तक योजना के अंतर्गत साढ़े हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं। इसमें से छह हजार जांच में सही मिले हैं। 800 आवेदन ऐसे हैं जिनमें अभिभावकों ने बच्चों की संख्या व उम्र छिपाई है। कुछ परिवार पात्रता के नियमों पर खरे नहीं उतरे। जिला समाज कल्याण अधिकारी के मुताबिक जो फार्म जांच में गलत पाए गए हैं उन्हें निरस्त कर दिया गया है। 

ये हैं लाभार्थी की पात्रता की शर्तें

लाभार्थी का परिवार प्रदेश का निवासी हो। लाभार्थी के पास स्थानीय निवास प्रमाण पत्र। इसमें राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर पहचान पत्र, विद्युत या टेलीफोन का बिल मान्य होगा।  लाभार्थी की पारिवारिक वार्षिक आय तीन लाख रुपये हो। किसी परिवार की अधिकतम दो ही बच्चियों को मिलेगा योजना का लाभ। लाभार्थी के परिवार में अधिकतम दो बच्चे हों। किसी महिला के जुड़वा बच्चे होने पर तीसरी संतान के रूप में लड़की को भी लाभ अनुमन्य होगा। यदि किसी महिला को पहले प्रसव से बालिका है। द्वितीय प्रसव से दो जुड़वा बालिकाएं ही होती हैं तो केवल ऐसी अवस्था में ही तीनों बालिकाओं को लाभ दिया जाएगा। अगर किसी परिवार ने अनाथ बालिका को गोद लिया हो तो परिवार की जैविक संतानों तथा विधिक रूप में गोद ली गई संतानों को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बालिकाएं ही योजना की लाभार्थी होंगी। 

इस तरह श्रेणीवार मिलेगा लाभ 

प्रथम श्रेणी- 1 अप्रैल 2919 के बाद बालिका के जन्म होने पर दो हजार रुपये।

द्वितीय श्रेणी- 1 अप्रैल 2018 के बाद बालिका के एक वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण के उपरांत एक हजार रुपये। 

तृतीय श्रेणी- कक्षा प्रथम में बालिका के प्रवेश कराने के बाद दो हजार रुपये।

चतुर्थ श्रेणी- कक्षा छह में बालिका के प्रवेश करने के बाद दो हजार रुपये।

पंचम श्रेणी- कक्षा नौ में बालिका के प्रवेश करने के बाद तीन हजार रुपये।

षष्टम श्रेणी- बालिका द्वारा कक्षा 12 वीं उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक अथवा दो वर्षीय या अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश पर पांच हजार रुपये। 

कन्या सुमंगला योजना के आवेदन ऑनलाइन किए जा रहे हैं। कोई भी ऐसा परिवार जो पात्रता की शर्तों को पूरा करता है, वह आवेदन कर सकता है। जांच में गलत मिले आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। बेटियों के लिए यह अच्छी योजना है। ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा उठाएं।

मनोज कुमार यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी।  


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