पीएसी सिपाही को हनीट्रैप में फंसाकर मांगे 20 लाख, मुकदमा दर्ज Moradabad news
पीडि़त सिपाही ने बताए गए खाते में दो बार में 43 सौ रुपये भी डलवाए हैं। उससे 20 लाख 150 रुपये की मांग की गई थी।
मुरादाबाद, जेएनएन। सोशल मीडिया पर एक युवती ने वीडियो कॉल करके पीएसी के सिपाही को हनीट्रैप में फंसा लिया और 20 लाख रुपये देने की मांग की। सिपाही के रकम देने में आनाकानी करने पर अश्लील वीडियो सोशल साइटों पर अपलोड करने की धमकी देने लगी। युवती का साथी भी इसमें शामिल है। पीडि़त सिपाही ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।
23वीं वाहिनी पीएसी में तैनात सिपाही श्रीकांत ने पूजा और एक अज्ञात कॉल करने वाले के खिलाफ थाना सिविल लाइंस में रंगदारी मांगने और सूचना प्रोद्यौगिकी(संशोधन) अधिनियम 2008 की धारा 66 के तहत मुकदमा लिखाया है। श्रीकांत का कहना है कि तीन मार्च को उसके मोबाइल पर 6376550634 नंबर से वीडियो कॉल आई। वीडियो कॉल करने वाली युवती ने अपना नाम पूजा बताया। कॉल करतेे समय युवती अंग प्रदर्शन कर रही थी, ताकि वह उसके हनीट्रैप में फंस जाए और सम्मोहित होकर उसके कहे अनुसार कार्य करने के लिए बाध्य हो जाए। युवती ने अश्लील बातें भी कीं। इसके बाद 9351659315 से एक और काल आई। काल करने वाले ने सिपाही से कहा कि हमारे पास तुम्हारी अश्लील वीडियो क्लिप है। जिसे हम यू-ट्यूूब पर अपलोड कर देंगे। यदि इस वीडियो को सोशल साइटों पर अपलोड करने से बचाना या ब्लाक कराना चाहते हो तो एसबीआइ के खाता संख्या 20362709345 में 2150 रुपये जमा कर दें। इतना ही नहीं उसने वीडियो क्लिप को उसके मोबाइल पर भी भेजा। उसने डर की वजह से उस वीडियो क्लिप को डिलीट कर दिया। सिपाही के मुताबिक वीडियो के घबराने के बाद उसने धमकाने वाले ने जो खाता नंबर दिया था, उसमें 2150 रुपये जमा करा दिए लेकिन, इसके बाद फिर उसी व्यक्ति का फोन आ गया। कहने लगा तुमने 20 लाख 150 रुपये उनके दिए गए खाता नंबर में जमा नहीं किए तो अश्लील वीडियो को सोशल साइटों पर अपलोड कर दिया जाएगा। उसने यह भी बताया कि यह राशि जमा करने के दो घंंटे बाद तुम्हारी पुरानी रकम वापस मिल जाएगी। इसके बाद उसने फिर से 2150 रुपये आरोपितों के खाते में जमा कराए। इसके बाद उससे सात हजार रुपये जमा करने की मांग की जाने लगी। यह रकम भी जमा न करने पर उसकी अश्लील वीडियो को यू-ट्यूब, फेसबुक आदि सोशल साइटों पर अपलोड करने की धमकियां दी गईं। पीडि़त ने परेशान होकर 23वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक से मुलाकात करके आरोपितों के खिलाफ कार्रïवाई करने की गुहार लगाई। प्रभारी निरीक्षक नवल मारवाह ने बताया कि घटनाक्रम के मुताबिक ऐसा लग है कि सोशल साइट पर यह गैैंग काम कर रहा है, जो लोगों को हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेलिंग करता है। आरोपितों के खिलाफ मुकदमा लिखकर जांच की जा रही है।
हनीट्रैप में फंसाकर मोटी रकम वसूलती थीं तीन बहनें
- नौ जनवरी को सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के टीडीआइ सिटी निवासी निर्यातक के दीपांशु गुप्ता के घर में डकैती का प्रयास करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने के दौरान तीन बहनें भी पकड़ी गईं थीं। पूछताछ में खुलासा हुआ था कि यह तीनों बहनें हनीट्रैप में लोगों को फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करती थीं। उन्होंने हल्द्वानी के एक कारोबारी को इसी तरीके से हनीट्रैप में फंसाकर अगवा कर लिया था।
अनजान की वीडियो कॉल आए तो सावधानी बरतें
हनीट्रैप के जरिए अधिकारियों और जवानों को लोभ दिखाकर लड़कियां फंसाती हैैं। ज्यादातर मामलों में सोशल साइटों पर महिलाएं लोगों से दोस्ती करती हैैं। इसके बाद सेक्स चैट आदि करने लगती हैैं। इसलिए अनजान व्यक्तियों से सावधान रहने की जरूरत है। मुरादाबाद में एक नेता ने अफसर को हनीट्रैप में फंसाने की साजिश रची थी। लड़की अलग-अलग बहाने करके अफसर के संपर्क में थी। शक होने पर छानबीन कराने के बाद सर्विलांस के जरिए पूरे मामले का खुलासा हो गया था। बताया यह गया था कि लड़की से एक नेता का अफसर को फंसाने के लिए 30 लाख रुपये में कांट्रेक्ट हुआ था।