Oxygen deficiency in Moradabad : जिले में 25 टन ऑक्सीजन की खपत, 40 टन की भेजी गई डिमांड
ऑक्सीजन को लेकर जिले में हाहाकार जैसी स्थिति नहीं है। हां ये जरूर है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति ऐन वक्त पर होने से डॉक्टरों की धड़कनें बढ़ी हुईं हैं। लखनऊ से लगातार ऑक्सीजन की मॉनिटरिंग की जा रही है।
मुरादाबाद, जेएनएन। ऑक्सीजन को लेकर जिले में हाहाकार जैसी स्थिति नहीं है। हां ये जरूर है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति ऐन वक्त पर होने से डॉक्टरों की धड़कनें बढ़ी हुईं हैं। लखनऊ से लगातार ऑक्सीजन की मॉनिटरिंग की जा रही है। हर घंटे की स्थिति ली जा रही है। अस्पताल संचालकों से भी बात की जा रही है।
जिले में फिलहाल 40 टन ऑक्सीजन की डिमांड की जा रही है। प्रतिदिन 25 टन ऑक्सीजन की खपत हो रही है। सुबह 11 बजे तक ऑक्सीजन का 13 टन का बैकअप आपात स्थिति के लिए रखा गया था। बड़े अस्पतालों में भी तीन से चार कैप्सूल लगे हैं। जिनमें एक कैप्सूल खाली होने पर उसे फौरन रिफिल कराया जा रहा है।
ऑक्सीजन टोटल डिमांड 40 टन।
अस्पतालों में खपत, 25 टन।
स्माल प्लांट 25
जंबो सिलेंडर, 700
ऑक्सीजन बैकअप, 13 टन सुबह 11 बजे तक
ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर चल रहे मरीज
ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए तीमारदार अपने साथ सिलेंडर लेकर चल रहे हैं। ऐसे हालात इस वजह से हैं कि अस्पतालों में बेड नहीं होने की वजह से वो अपने आप ही सिलेंडर की व्यवस्था करके ला रहे हैं। उन्हें अस्पताल के डॉक्टरों से ये उम्मीद है कि वो सिर्फ उपचार करें। बाकी जैसी व्यवस्था बनेगी वैसे उपचार की स्थिति बन जाएगी। नया मुरादाबाद स्थित ब्राइट स्टार अस्पताल में दिल्ली से आई महिला अपना ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर आई थी। वेटिंग एरिया में सिलेंडर लेकर कई लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
ऑक्सीजन को लेकर अस्पतालों में किसी तरह की किल्लत नहीं है। हम लोग इतना बैकअप लेकर चल रहे हैं कि कहीं भी इमरजेंसी जरूरत पड़ेगी तो उन्हें ये व्यवस्था करा दी जाएगी। अस्पतालों में आपूर्ति लगातार की जा रही है।
मुकेश जैन, औषधि निरीक्षक