CM Yogi के बुलडोजर के डर से सम्भल में खुद दुकानें तोड़ रहे दुकानदार, प्रशासन ने लगाए हैं लाल निशान
Fear of CM Yogi Bulldozer सम्भल शहर में अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन की सख्ती से लोगों में डर का हाल यह हैं कि लोग बुलडोजर को देखकर दहशत खा रहे हैं। अतिक्रमण की जद में आयी दुकानों पर लाल निशान लगाए तो व्यापारी भी खौफजदा हो गए।
सम्भल, जेएनएन। Fear of CM Yogi Bulldozer : उत्तर प्रदेश के सम्भल शहर में अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन की सख्ती से लोगों में डर का हाल यह हैं कि लोग बुलडोजर को देखकर दहशत खा रहे हैं। शहर के मुख्य बाजार में प्रशासन ने अतिक्रमण की जद में आयी दुकानों पर लाल निशान लगाए तो व्यापारी भी खौफजदा हो गए। ऐसे में बुलडोजर से बचने के लिए दुकानदार दिन ही नहीं रात में भी खुद हथौड़े चलाकर दुकानों व उसके आगे का अतिक्रमण तोड़ रहे है।
प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई कर रहा है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे या अतिक्रमण के दायरे में आये भवनों पर प्रशासन का बुलडोजर चल चुका है। प्रशासन व पालिका ने शहर के मुख्य बाजार में अतिक्रमण पर कार्रवाई करते हुए शंकर कालेज चौराहा से तहसील रोड तक अतिक्रमण को बुलडोजर की मदद से हटवा दिया।
वहींं अभियान के दौरान पाया गया कि मुख्य बाजार में 40 से ज्यादा दुकानें अतिक्रमण कर दो से तीन फिट तक सड़क पर बनी हुई है। प्रशासन ने अतिक्रमण तोड़ने के लिए इन दुकानों पर लाल निशान लगवाने शुरु किये तो दुकानदारों को पसीना आ गया। व्यापारियों ने अभियान का नेतृत्व कर रहे एसडीएम विनय कुमार मिश्रा से गुहार लगाई कि उनकी दुकानों पर बुलडोजर न चलाया जाये। क्योंकि इससे अतिक्रमण वाला हिस्सा ही नहीं बल्कि पूरी दुकान गिरने की संभावना है।
ऐसे में उन्होंने दुकानदारों को खुद ही अपना अतिक्रमण हटाने के लिए कहा, जिस पर व्यापारियों ने सहमति दे दी। अब दुकानदार स्वयं ही दिन ही नहीं बल्कि रात में भी अपने अतिक्रमण वाले हिस्से को कोई हथौड़े से तोड़ रहे हैं तो काेई हैमर मशीन की मदद से तुडवा रहा है। इतना ही नहीं कुछ ने तोड़ लिया तो अब उसकी मरम्मत करायी जा रही है। यह सिलसिला दिन और रात जारी है।
वर्षो पुराने अतिक्रमण भी हुए ध्वस्त : जिन दुकानों का अतिक्रमण वाला हिस्सा दुकानदारों ने खुद हटाया है उनके बारे में प्रशासन का कहना है कि दुकानदारों ने दुकानों को दो से तीन फिट आगे बढाकर उन पर दोबारा शटर लगवा लिए थे। यह अतिक्रमण काफी पुराना हो गया था। कुछ दुकानें तो ऐसी थीं जो लगभग 50 साल से इसी हालत में थीं। कई बार अतिक्रमण हटाओ अभियान चले मगर कभी अतिक्रमण को नहीं हटवाया गया।
सड़क किनारे खड़े वाहन, जाम में फंसा अंतिम यात्रा वाहन : शहर में प्रशासन के साथ नगर पालिका द्वारा सोमवार को अतिक्रमण हटाने को अभियान चलाया गया था। जहां दुकानों के आगे तोड़फोड़ की कार्रवाई की थी, लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी वहां से मलबा नहीं हटाया गया। ऐेसे में वहां बाजार में आने वाले लोग भी दुकानों के आगे बाइकों को खड़ा कर दे रहे है, जिससे सड़क संकरी हो जा रही है। परन्तु इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
इसी अनदेखी के कारण बुधवार की सुबह करीब 11 बजे तहसील की ओर से एक अंतिम यात्रा वाहन आ रहा था, जिसमें एक अर्थी रखी हुई थी और कुछ लोग भी सवार थे। मगर जैसे ही वह पालिका गेट के पास पहुंचा तो वहां दुकानों के आगे बेतरतीब ढंग से खड़ी बाइकों के कारण अंतिम यात्रा वाहन जाम में फंस गया।
ऐसे में कुछ देर के लिए दिक्कत का सामना करना पड़ा। यह स्थिति तब है जबकि दो दिन पहले ही अतिक्रमण अभियान चलाया गया है। क्योंकि उसके बाद किसी ने कोई ध्यान ही नहीं दिया और उससे जाम की स्थिति बनने लगी। वही अंतिम यात्रा वाहन को फंसे देखकर तैनात होमगार्ड मौके पर पहुंचे और जैसे तैसे जाम को खुलवाकर उस वाहन को निकलवाया।