चिट फंड कंपनी खोलकर सैकड़ों लोगों को लगाया करोड़ों का चूना
कंपनी के रुपये लेकर भागने पर मझोला थाने में दारोगा का घेराव करते लोग।
मुरादाबाद : चिट फंड कंपनी के सीएमडी ने पांच साल में धन को दोगुना करने के सपने दिखाकर निवेशकों को करोड़ों का चूना लगा दिया। गुस्साए निवेशकों ने कंपनी के सीएमडी के घर से लेकर कार्यालय तक पर प्रदर्शन करके नारेबाजी की लेकिन, किसी ने उनकी एक नहीं सुनी।
क्या है मामला
साईं अस्पताल के पास टीडीआइ सिटी रामगंगा विहार में रहने वाले व्यक्ति ने वर्ष 2009 में चिट फंड कंपनी का दफ्तर खोला था। कंपनी में उनकी पत्नी के अलावा भाई और भांजे आदि डायरेक्टर हैं। आरोप है कि उन्होंने फर्रुखाबाद, मैनपुरी, इलाहाबाद, बदायूं, कासगंज, फिरोजाबाद आदि जिलों में कंपनी के दफ्तर खोलकर निवेशकों के करोड़ों रुपये जमा करा लिये। कंपनी की रेगुलर डिपोडिट (आरडी) और फिक्स डिपोजिट (एफडी) दो स्कीम थीं। एफडी कराने वालों को पांच साल में धन दोगुना करने का लालच दिया। इसी तरफ आरडी में रुपये जमा करने वालों को पांच साल में डेढ़ गुना रकम लौटाने का वादा किया, लेकिन मिला किसी को कुछ नहीं मिला। स्कीम पूरी होने पर निवेशक भुगतान लेने पहुंचने शुरू हुए तो सीएमडी ने कंपनी का दफ्तर बंद कर दिया। शनिवार को कई जिलों के निवेशकों ने कंपनी के सीएमडी के घर पर प्रदर्शन किया, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। निवेशक कंपनी के डायरेक्टर के घर पहुंचे तो उसने डायल 100 को फोन करके बुला लिया। पुलिस उसे थाना मझोला ले गई, लेकिन वहां बाद में मामला रफा-दफा हो गया। प्रदर्शन करने वालों में रजनेश, मंजू राठौर, मनोज सोलंकी, आशीष कुमार, सत्यवीर सिंह, पवन कुमार, सचिन कुमार, मुकेश कुमार आदि मौजूद रहे।
थाने पहुंचकर पीडितों की ने कार्रवाई की मांग
ठगी का शिकार हुए निवेशकों ने मझोला थाने पहुंचकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग की। उनका कहना था कि सीएमडी की कई जिलों में संपत्ति है। उसे बेचकर हमें हमारा पैसा वापस दिलाया जाए लेकिन पुलिस, ने उनकी एक नहीं सुनी। पुलिस का कहना था कि यह उनके यहां का मामला नहीं है। जहां ठगी हुई है कार्रवाई वहीं होगी।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप