स्कूली किताबों में आज भी सात ही केंद्र शासित प्रदेश, बच्चों को मिल रहा अधूरा ज्ञान Moradabad News
न किताबों को अपडेट किया गया न ही कोई एडवाइजरी जारी की गई। बेसिक व माध्यमिक छात्र किताबों में पूर्व के नक्शे के हिसाब से ही अभी तक पढ़ाई कर रहे हैं।
मुरादाबाद (प्रांजुल श्रीवास्तव)। भले ही वर्तमान में देश के अंदर नौ केंद्रशासित प्रदेश हों लेकिन, स्कूली किताबों में इनकी संख्या आज भी सात ही है। न ही किताबों से धारा 370 को हटाया गया है और न ही लद्दाख और जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेशों की श्रेणी में रखा गया है। बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के छात्र तो आज भी किताबों में पूर्व के नक्शे के हिसाब से देश को जान व समझ रहे हैं। एनसीईआरटी व यूपी बोर्ड की ओर से किसी भी तरह की एडवाइजरी भी अब तक जारी नहीं की गई है।
किताबों में नहीं किया कोई बदलाव
चार माह पूर्व केंद्र सरकार ने बहुमत से जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को खत्म कर दिया था। इसके बाद जम्मू कश्मीर से लद्दाख को भी अलग करके दोनों को केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था। इसके बाद से देश के अंदर केंद्रशासित प्रदेशों की संख्या सात से बढ़कर नौ हो गई है। इसके अलावा राज्यों की संख्या 29 की जगह 28 रह गई है लेकिन, किताबों में इसको लेकर कोई भी बदलाव अब तक नहीं किया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग में कक्षा पांच की किताब हमारा परिवेश के पाठ 17 विश्व में भारत और कक्षा चार में पाठ 15 हमारा प्रदेश में कोई संशोधन नहीं किया गया है।
एडवाइजरी जारी करने का है प्रावधान
पुस्तकें प्रकाशित होने के बाद अगर कोई संशोधन होता है तो यूपी बोर्ड की ओर से एडवाइजरी जारी किए जाने का प्रावधान है। धारा 370 जम्मू कश्मीर से खत्म होने के बाद कोई एडवाइजरी जारी नहीं हुई है।
-प्रदीप कुमार द्विवेदी, जिला विद्यालय निरीक्षक
नहीं आया नया आदेश
इस संबंध में अभी तक कोई नया आदेश नहीं आया है लेकिन, छात्रों को नए संशोधन के अनुसार ही पढ़ाया जा रहा है। नई किताबों में इसे संशोधित किया ही जाएगा।
-योगेंद्र कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी