बैंक्वेट हालों पर मारामारी, पंडितों पर भी बुकिंग भारी
तेजप्रकाश सैनीमुरादाबाद देव उठान पर सबसे बड़ा सहालग है। कोरोना के कारण टली शादियों
तेजप्रकाश सैनी,मुरादाबाद: देव उठान पर सबसे बड़ा सहालग है। कोरोना के कारण टली शादियों वाले परिवारों में शहनाई बजने के लिए इंतजार की घड़ियां खत्म होने जा रही हैं। देव उठान पर शहर भर में करीब 500 से ज्यादा बैंक्वेट हॉल हैं जो 25 नवंबर के सहालग को लेकर पहले से बुक हैं। कोरोना के कारण बैंक्वेट हॉल में 10 महीने से सन्नाटा पसरा हुआ था। 25 नवंबर को पहली बार बैंक्वेट हॉल गुलजार होंगे। लाइनपार की बात करें तो 25 बैंक्वेट हाल और धर्मशालाएं, स्कूल सभी फुल हैं। सिविल लाइंस में भी छोटे से बड़े सभी बैंक्वेट हॉल, धर्मशालाएं, खाली मैदानों तक में विवाह आयोजन हैं। इस दिन करीब शहर में पांच से छह हजार शादियां होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
100 से कम लोगों को बुलाने को बोल रहे बैंक्वेट हाल स्वामी
कुछ बैंक्वेट हॉल होटल और रेस्टोरेंट में एक दिन में दो शादियां हैं। इसको देखते हुए मालिकों ने विवाह आयोजनों का समय तय कर दिया है। पहली शिफ्ट में शाम को चार बजे से रात नौ बजे तक व दूसरी शिफ्ट रात को नौ बजे से सुबह तक समय निर्धारित किया है। एक विवाह समारोह में 100 लोगों को बुलाने का शासनादेश जारी हो चुका है। यही नहीं बैंड बाजे पर भी कई बैंक होटल मालिकों ने रोक लगा दी है। बैंक्वेट व होटल के अंदर ही धीमी आवाज में भांगड़े और डीजे से ही बरात चढ़त का शगुन करने को कहा है। शासनादेश आने के बाद विवाह आयोजकों को फोन करके 100 से कम लोगों को बुलाने को कहा है। एक दिन में दो शादियां होने से दो शिफ्ट रखी गई हैं। जिससे कोरोना के बीच भीड़ न बढ़े।
डीपी सिंह, जीएम, विलेज रेस्टोरेंट एंव बैंक्वेट हाल 25 नवंबर का मुहूर्त बहुत बड़ा है। 11 दिसंबर तक ही सहालग हैं और कोई भी दिन ऐसा नहीं जिस दिन बुकिग न हो। इसके बाद चार महीने का सन्नाटा होने से घाटे में ही रहेंगे।
देवेंद्र चावला, स्वामी, शहनाई मंडप लॉकडाउन के कारण जो शादियां टली थीं। वह देव उठान से शुरू हो रही हैं। लेकिन मुहूर्त ज्यादा न होने से बैंक्वेट हॉल वालों को नुकसान ही रहेगा।
-राजीव सरीन, स्वामी, स्वयंवर बैंक्वेट हाल। शादी विवाह के कार्यक्रम संपन्न कराने को कई जगह से बुलावा आया था लेकिन दो ही जगह जा पाएंगे। अन्य जगह दूसरे साथियों को भेजा जाएगा।
पंडित केदार मुरारी देव उठान के मुहूर्त समय 11 दिसंबर तक एक-एक दिन में दो-दो शादियां कराने को आमंत्रित हैं। सात फेरों का समय अलग-अलग किया है।
पंडित केशव जोशी