Unlock in rampur : रामपुर में अनलॉक के दूसरे दिन भी गायब रही रौनक, दुकानदारों को बेरिकेडिंग से दिक्कत Rampur news
Unlock in rampur सरकार ने भले ही दुकानों को छूट दी हो लेकिन अभी भी रामपुर के दुकानदार परेशानी उठा रहे हैं। दुकानों तक पहुंंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
रामपुर, जेएनएन। लॉकडाउन में सरकार ने भले ही छूट दे दी हो। लेकिन, अपने जनपद में हालात को देखते हुए प्रशासनिक स्तर से अभी भी सख्ती बरकरार है। बाजारों को ईवन ऑड सिस्टम के आधार पर खोलने की अनुमति दी गई है। लेकिन साथ ही बाजारों में प्रवेश के रास्ते पूरी तरह ब्लॉक कर दिए गए हैं। इससे बाजारों में ग्राहकों की संख्या बहुत कम ही नजर आ रही है।
बाजार में दिखा ये नजारा
मंगलवार को दैनिक जागरण की टीम शाहबाद गेट चौराहे पर पहुंची तो बेरिकेडिंग दिखाई दी। उसके नीचे से लोग बाइक ले लेकर गुजर रहे थे। पुलिस वाले केवल कार और रिक्शा वालों को रोका रहे थे। दुकानें अपने क्रम के अनुसार खुली हुई थीं। सड़क पर सन्नाटा पसरा था। दुकानों में ग्राहक नजर नहीं आ रहे थे। आगे बढ़े तो हामिद इंटर कॉलेज के पास जनरल स्टोर पर भीड़ लगी थी। इस बीच अचानक पुलिस की गाड़ी आती दिखाई दी तो दुकानदार ने ग्राहकों को तितर-बितर कर दिया।
दुकानों की हुई मरम्मत
नसरुल्लाह खां चौराहे पर कुछ दुकानदार दुकानों की मरम्मत करवा रहे थे। उसके आगे एक कपड़े की दुकान पर कुछ लोग कपड़े खरीदते मिले। यहां हल्की फुल्की रौनक दिखाई दी। आगे बढ़े तो बेरिकेडिंग पर बाइक सवार पालिकाकर्मियों को पुलिस ने रोक रखा था। इस पर उनकी पुलिस से झड़प भी हो गई। कर्मियों ने अधिकारियों से बात करवाना चाहा तो पुलिसकर्मी ने फोन हाथ में लेने से मना कर दिया। इस पर पालिकाकर्मी वापस हो गए। चाकू बाजार में रेडीमेड कपड़ों की दुकान पर ग्राहक नजर आए। जामा मस्जिद के पास एक जगह दुकानदारों की भीड़ दिखाई दी। पूछने पर मालूम किया तो पता चला कि उधर से एडीएम और एसडीएम गुजरे हैं। दुकानदार उनसे बात करने के लिए आगे बढ़े तब तक गाड़ियां आगे बढ़ चुकी थीं। उसके बाद सर्राफा मार्केट में कुछ व्यापारियों ने स्लेब पर काउंटर रख लिए थे।
एडीएम ने दिखाई सख्ती
इस पर उधर से निकल रहे एडीएम जेपी गुप्ता ने दुकानदारों को हड़काया। भविष्य में बाहर मिलने पर जुर्माना डालने की बात कहते हुए वह आगे बढ़ गए। इसके बाद बर्तन बाजार में पहुंचे तो कुछ दुकानों पर ग्राहक दिखाई दिए। महिलाएं बर्तनों की खरीदारी कर रही थीं। पान दरीबा बाजार में पुलिस आते जाते बाइक सवारों को रोक रही थीं। इस दौरान कुछ बाइक सवारों से पुलिसकर्मियों की नोकझोंक भी होती दिखाई दी। गुरुद्वारा मार्केट में दुकानें खुली थीं। लेकिन, ग्राहकों की संख्या बहुत कम थी। वहीं सिविल लाइंस मार्केट में तो ग्राहकों के नाम पर पूरा सन्नाटा ही दिखाई दे रहा था।
बेरिकेडिंग देख दुकानों तक नहीं आ रहे ग्राहक
सरकार द्वारा अनलॉक की घोषणा होने के बाद प्रशासन ने जनपद में हालात को देखते हुए बाजारों को खोलने की विशेष व्यवस्था कायम की है। दुकानों को ईवन-ऑड सिस्टम से खोलने के निर्देश किए गए हैं। इसके साथ ही हर गली-नुक्कड़ व बाजार को बैरिके¨डग से ब्लॉक कर दिया गया है। इसके पीछे बाजारों में भीड़ जमा न होने का तर्क दिया गया। लेकिन, व्यापारियों को यह व्यवस्था रास नहीं आ रही। व्यापारियों का कहना है कि यह उन के लिए सिरदर्द बन गई है। बोले व्यापारी लोगों को उम्मीद थी कि लॉकडाउन खत्म होगा तो हमारा कारोबार दोबारा बहुत बढि़या ढंग से शुरू होगा। लेकिन, बेरिकेडिंंग से समस्या खड़ी हो रही है। किसी व्यापारी का घर सिविल लाइन पर है और दुकान शहर में तो क्या वह यहां तक पैदल आएगा। इमरान सलीम शम्सी, कपड़ा व्यापारी दो महीनों से अधिक से हमारे कारोबार ठप पड़े थे। अब सरकार ने छूट दी तो प्रशासन ने जगह-जगह बल्लियां लगा कर बाजारों को ब्लॉक कर दिया है। हमारी दुकानें गलियों में हैं, जिससे ग्राहकों को वहां तक आने में परेशानी हो रही है। उजैर अहमद शम्सी, कंफैक्श्नरी व्यापारी दुकानें खोलने की अनुमति तो दे दी। लेकिन बल्लियां लगा कर ग्राहकों को आने से रोक दिया गया। इससे कारोबार पूरी तरह ठप ही पड़ा है। उम्मीद थी अनलॉक होने पर राहत मिलेगी। लेकिन प्रशासन की मनमानी उसमें रोड़ा बनने लगी है। ऐसे में बाजार खुलना या न खुलना बराबर ही है। विनोद कुमार रस्तोगी, किराना व्यापारी बेरिके¨डग का खौफ लोगों में इतना है कि बाजार सूने पड़े हैं। आदमी घर से निकलता है तो यहां पर बेरिके¨डग पर उसे रोक दिया जाता है कि बाइक या स्कूटर लेकर नहीं जाओगे। अब ऐसे में वह वाहन कहां खड़ा कर के आए, यह समस्या सामने आने पर लौट जाना ही ठीक समझता है। हारिश शम्सी, जनरल मर्चेंट 10 से छह बजे का समय देकर दिन और रात के लिए रास्ते ब्लॉक कर दिए गए हैं। इससे लोग दहशतजदा हो रहे हैं। रास्ते बंद होने से व्यापार चौपट हो चुका है। अधिकारियों को समस्या का हल निकालते हुए व्यापारियों और आम जनता को राहत प्रदान करनी चाहिए। मुहम्मद बिलाल जनरल मर्चेंट व्यापारियों के लिए बल्लियों ने मुसीबत खड़ी कर दी है। जब ग्राहक ही दुकान तक नहीं पहुंच रहे हैं। दुकानों को खोलने से आखिर फायदा क्या है। रास्तों को खोल देना चाहिए, जिससे लोगों में खौफ का माहौल खत्म हो सके। वाजिद अली, जनरल मर्चेंट