अंधविश्वास के फेर में चली गई बुजुर्ग की जान, पांच लोग हुए घायल, जानिए पूरा मामला Amroha news
विज्ञान ने चाहे जितनी तरक्की कर ली हो। गांवों में भी टेक्नोलॉजी की चाहे जितनी पहुंच हो गई हो लेकिन अब भी गांवों में अंधविश्वास खत्म नहीं हुआ।
अमरोहा, जेएनएन। विज्ञान ने चाहे जितनी तरक्की कर ली हो। गांवों में भी टेक्नोलॉजी की चाहे जितनी पहुंच हो गई हो लेकिन, अब भी गांवों में अंधविश्वास खत्म नहीं हुआ। इसी अंधविश्वास के कारण शनिवार रात जिले के हसनपुर तहसील क्षेत्र के सिमथला गांव में एक वृद्ध की मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस को जानकारी दिए बिना ही परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया।
गांव निवासी हेम सिंह के घर भूत भगाने के लिए अखाड़ा चल रहा था। अखाड़ा देखते समय अधिक लोगों के चढऩे से जीना गिर गया। हादसे में 75 वर्षीय लक्षी सिंह की मौत हो गई, जबकि गांव निवासी जयपाल सिंह, गिरिराज सिंह, हरज्ञान सिंह, डालचंद सिंह तथा हसनपुर थाने के गांव करनखाल निवासी डालचंद सिंह के साले शीशपाल सिंह मलबे की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का स्थानीय चिकित्सक से प्राथमिक उपचार कराने के बाद परिजन हायर सेंटर ले गए हैं। पुलिस को सूचना दिए बिना ही मृतक लक्षी सिंह के परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया है।
गांव में अभी भी लोग अंधविश्वास के फेर में उलझे हुए हैं। भूत भगाने के लिए शनिवार रात सिमथला गांव में तंत्र विद्या का अखाड़ा चल रहा था। इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा था। जीने पर ज्यादा लोगों के खड़े हो जाने से भार बढ़ गया और एक बुजुर्ग की जान चली गई। आदमपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि सिमथला गांव में जीना गिरने से बुजुर्ग की मौत होने का मामला संज्ञान में नहीं है। कोई तहरीर मिलेगी तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।