भ्रष्टाचार के मामले में ठीक से कार्रवाई नहीं कर रहे अफसर Moradabad News
बीते तीन सालों में इन सरकारी कर्मचारियों को आरोपित पाया गया है जिसमें सात लेखपाल व दो कानूनगो के नाम शामिल है।
मुरादाबाद,जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कहते हैं लेकिन, सीएम की कही इस बात का कुछ अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा। जनपद में 14 करोड़ रुपये के कोषागार घोटाले में पांच मुकदमे दर्ज कराए गए लेकिन, इस घोटाले में केवल एक आरोपित लेखपाल को जेल भेजने की कार्रवाई की गई। अन्य आरोपित आज भी खुलेआम घूम रहे हैं। भ्रष्टाचार को लेकर स्पष्ट नीति होने के बाद भी नौ आरोपित सरकारी कर्मचारियों में केवल एक के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जबकि शेष आठ सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के नाम पर मामले को छोड़ दिया गया है।
तीन कर्मचारियों की जांच नहीं हुई पूरी
नौ सरकारी आरोपित कर्मचारियों में भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे कानूनगो मुहम्मद परवेज खां, प्रदीप कुमार भटनागर, लेखपाल लईक अहमद की जांच अधिकारियों के द्वारा अभी तक पूरी नहीं हुई है। जिसमें दोनों कानूनगो की जांच एडीएम सिटी के कार्यालय व लेखपाल की जांच ठाकुरद्वारा तहसीलदार के कार्यालय से पूरी करके नहीं सौंपी गई है।
वर्जन
भ्रष्टाचार को लेकर शासन की नीति स्पष्ट है। जिन कर्मचारियों की जांच पूरी नहीं हुई है, उनकी जांच रिपोर्ट शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए जाएंगे। दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लक्ष्मीशंकर सिंह, एडीएम प्रशासन