नगर निगम की 50 करोड़ की जमीन पर टेढ़ी नजर, दिन में कब्जा रात में हटाया
मुरादाबाद: नगर आयुक्त के शिविर कार्यालय से चंद कदम की दूरी पर निगम की 50 करोड़ रुपये की
मुरादाबाद: नगर आयुक्त के शिविर कार्यालय से चंद कदम की दूरी पर निगम की 50 करोड़ रुपये की तीन बीघा नर्सरी की बेशकीमती जमीन पर कब्जा हो गया। अफसर सोते रहे और नगर निगम के सफाई कर्मचारी संघ ने निर्माण कराकर अपना बोर्ड लगा दिया। पार्षदों ने विरोध करते हुए नगर आयुक्त अवनीश कुमार शर्मा का घेराव कर हंगामा किया। वहा सुनवाई नहीं होने पर सभी मंडलायुक्त अनिल राजकुमार से मिले। इसके बाद रात में निगम की टीम ने जेसीबी से निर्माण ध्वस्त करा दिया। साथ ही कब्जा करने के आरोप में उप्र सफाई कर्मचारी संघ के नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस कार्रवाई होती देख कर्मचारी संघ के तेवर ढीले पड़ गए। एक दिन पहले कराई गई थी खोदाई
सफाई कर्मचारी संघ ने एक दिन पहले जेसीबी से नींव खोदाई कराई थी। नर्सरी के पौधे भी उखाड़ दिए थे। सोमवार को कर्मचारी संघ के नेता सुबह से ही नर्सरी में खड़े होकर निर्माण कराने लगे। शाम तक चाहरदीवारी खड़ी कर दी गई। टीनशेड डालकर दरवाजा लगा दिया। वाल्मीकि भगवान, डॉ.आबेडकर की तस्वीर और सफाई कर्मचारी संघ का बोर्ड लटका दिया। साथ ही पूजा अर्चना शुरू कर दी। पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम अफसरों के संरक्षण में कब्जा हुआ है। विरोध देख नगर आयुक्त नर्सरी पहुंचे और निर्माण कार्य रोकने को कहकर चले आए लेकिन काम जारी रहा। दिन में गहमागहमी के बावजूद कब्जा रोकने के प्रयास नहीं किए गए। पार्षद प्रतिनिधिमंडल में शामिल कुलदीप नारायण सिंह, योगेंद्र रस्तोगी, अशोक सैनी, प्रेम प्रजापति, अशोक सैनी, कपिल कुमार, हीरा भारती, पूनम बंसल, राकेश शर्मा, अजय दिवाकर ने दोपहर में नगर आयुक्त और शाम को मंडलायुक्त से आवास पर मिले।
सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि नगर आयुक्त के मौखिक आदेश पर निर्माण कार्य कराया गया, जबकि नगर आयुक्त इससे इन्कार करते रहे हैं। कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष जुगल किशोर भी गाजियाबाद से पहुंच गए और उन्होंने निर्माण कार्य का समर्थन किया। अफसरों ने मुहैया कराई जेसीबी
भाजपा पार्षद दल के नेता संजय सक्सेना और क्षेत्र के पार्षद सरदार डिंपल सिंह अश्क ने नगर आयुक्त का घेराव करने के दौरान कहा कि नींव खोदने के लिए जेसीबी व नर्सरी में लगे पौधे काटने के लिए फावड़े किसने उपलब्ध कराए हैं? इस पर नगर आयुक्त ने जेई विजेंद्र यादव से पूछा तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अधिशासी अभियंता आशीष शुक्ला ने जेसीबी व फावड़े देने को कहा था। आशीष इस पर बोले कि उन्होंने नींव खोदने के लिए नहीं सफाई करने के लिए संसाधन देने को कहा था। नगर आयुक्त ने मुख्य अभियंता एसके केसरी को मामले की जाच करने और अधिशासी अभियंता को तत्काल काम रुकवाने के निर्देश दिए। इस पर नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता एसके केसरी व अधिशासी अभियंता मौके गए लेकिन दिन में काम नहीं रुकवा पाए और न ही पुलिस को बुलाया गया। मैं शहर से बाहर हूं : महापौर
मैं शहर से बाहर हूं। मामले के बारे में फोन पर पार्षद डिंपल सिंह ने जानकारी दी थी। नगर आयुक्त से निर्माण कार्य रुकवाने को कहा है। निगम की नर्सरी पर कब्जे को लेकर एक अन्य पार्टी से भी कोर्ट में मामला विचाराधीन है।
- विनोद अग्रवाल, महापौर सौंपी गई है मामले की जाच : नगर आयुक्त
मामले की जाच मुख्य अभियंता को सौंपी गई है। प्रमुख सचिव नगर विकास, मंडलायुक्त और डीएम को कार्रवाई से अवगत करा दिया है। कब्जा करने वाले कर्मचारी संघ के नेताओं पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। निगम की ओर से न मौखिक और न ही लिखित में किसी भी निर्माण कार्य के आदेश दिए गए हैं।
अवनीश कुमार शर्मा, नगर आयुक्त नहीं है कोई कार्यालय : प्रदेश उपाध्यक्ष
उप्र सफाई कर्मचारी संघ का कोई कार्यालय नहीं है। कई बार कार्यालय के लिए ज्ञापन देकर जगह माग चुके हैं। नगर आयुक्त ने कार्यालय बनाने के लिए हमें मौखिक आदेश दिए थे। अगर कार्यालय हटाया तो आदोलन तेज होगा।
- ओमीलाल वाल्मीकि, प्रदेश उपाध्यक्ष, उप्र सफाई कर्मचारी संघ