अब कोहरे में भी तेज रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें, जानिए क्या है रेलवे की योजना Moradabad News
इंजन में सेटेलाइट से संचालित होने वाला आधुनिक फॉग डिवाइस लगाए गए। चालकों और ट्रेन संचालन कर्मियों को विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।
मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया )। कोहरे में भी तेज गति से ट्रेनों को चलाने की तैयारी है। इसके लिए रेल प्रबंधन ने 75 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलाना तय किया है।
24 घंटे की देरी से चलती हैं ट्रेनें
हर साल कोहरे में ट्रेनें 24-24 घंटे तक देरी से चलती थीं। इसमें सुधार करने के लिए रेल प्रशासन ने आधुनिक फॉग डिवाइस और कलर लाइट सिग्नल को हथियार बनाया है। रेलवे ने कोहरे वाले क्षेत्रों से गुजरने वाले ट्रेनों के इंजन में सेटेलाइट से संचालित होने वाला आधुनिक फॉग डिवाइस लगाया है, जो चालक को सिग्नल की सूचना उपलब्ध कराएगा।
सिग्नल सिस्टम
कलर लाइट सिग्नल सिस्टम में तेज रोशनी व कोहरे में भी दूर तक दिखाई देने वाला बल्ब लगाया है। रेलवे फॉग हट की व्यवस्था को खत्म कर दिया है। जहां फॉग हट बनायी जाती है, वहां से रेललाइन की बीच के क्षेत्र को सफेद रंग से रंगा गया है। कोहरे में ट्रेन की लाइट पडऩे पर यह चमकने लेगा। पिछले साल तक रेलवे कोहरे वाले क्षेत्रों में ट्रेनों की अधिकतम गति 50 किमी प्रति घंटा निर्धारित करता था। इस साल इसकी गति बढ़ाकर 75 किमी प्रति घंटा अधिकतम गति निर्धारित किया है। इससे कोहरे में ट्रेनें अधिकतम एक से दो घंटे देरी से चलेगी।
प्रवर मंडल संरक्षा अधिकारी आरके तायल ने बताया कि कोहरे में ट्रेनों को चलाने के लिए अधिकतम गति 50 से बढ़ाकर 75 किमी प्रति घंटा कर दिया है। कोहरे में ट्रेन चलाने के बारे में चालकों को प्रशिक्षण देने के साथ विवेक के आधार पर ट्रेनों को चलाने का आदेश दिया है। ताकि कोहरे में ट्रेनें कम से कम लेट हों।