अब तक मौज करने वाले एमडीए कर्मी करेंगे पेड़ों की कटाई-छंटाई
मुरादाबाद मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने खर्च कम करने के लिए हर्बल पार्क का ठेका खत्म कर दिया है।
मुरादाबाद: मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने खर्च कम करने के लिए हर्बल पार्क का ठेका खत्म कर दिया है। पार्क की साफ-सफाई पर एमडीए हर साल करीब 18 लाख रुपये खर्च करता था। अब एमडीए ने शहर में मटरगस्ती करने वाले कर्मचारियों से काम लेना शुरू कर दिया है। 12 कर्मचारियों को पार्क की साफ-सफाई के लिए लगाया गया है। अब केवल सुरक्षा की व्यवस्था ठेकेदारों के हाथ में है। नया मुरादाबाद योजना में एमडीए ने हर्बल पार्क की स्थापना की है। इसमें हरे-भरे पेड़ों के अलावा झूले आदि लगे हैं। शहर से रोजाना तमाम परिवार यहां घूमने आते हैं। पार्क में सुरक्षा के लिए पूर्व सैनिकों को एमडीए ने लगा रखा है। सफाई और पेड़ों की कटाई-छंटाई का ठेका भी एमडीए द्वारा हर साल दिया जा रहा था। एमडीए के पास सफाई कर्मचारी होते हुए भी इस मद में हर साल करीब 18 लाख रुपये खर्च होता था। एमडीए में सफाई कर्मी के नाम पर नियुक्ति पाने वाले दैनिक वेतन भोगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अफसरों की ढिलाई की वजह से मौज में थे, लेकिन एमडीए उपाध्यक्ष यशु रुस्तगी ने हर्बल पार्क की सफाई का ठेका निरस्त कर वहां 12 कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी है। इससे सफाई में खर्च होने वाली धनराशि बचने लगी है। हर्बल पार्क में मेन काम पेड़ों की कटाई-छंटाई का है। कुछ स्थानों की साफ-सफाई भी करनी होती है। इसके लिए 12 माली लगा दिए गए हैं। घास काटने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है। सबका काम करने के लिए रोस्टर बना दिया गया है।
- यशु रुस्तगी, उपाध्यक्ष, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण