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अब नौनिहाल तय करेंगे बेसिक शिक्षा अधिकारी का रिपोर्ट कार्ड

बेसिक शिक्षा अधिकारी व शिक्षक तो विद्यार्थियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करते हैं लेकिन अब बच्चे बीएसए का रिपोर्ट कार्ड तय करेंगे। यह व्यवस्था पहली बार बनी है। ऐसा संभव हुआ है ग्रेडेड लर्निंग के परिणाम से। सरकारी स्कूलों के बच्चे अगर ठीक से सीख नहीं पाएंगे तो इसका असर बीएसए के वार्षिक कार्य मूल्यांकन पर पड़ेगा।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 15 Mar 2019 12:43 AM (IST)Updated: Fri, 15 Mar 2019 02:30 PM (IST)
अब नौनिहाल तय करेंगे बेसिक शिक्षा अधिकारी का रिपोर्ट कार्ड
अब नौनिहाल तय करेंगे बेसिक शिक्षा अधिकारी का रिपोर्ट कार्ड

मुरादाबाद, जेएनएन। बेसिक शिक्षा अधिकारी व शिक्षक तो विद्यार्थियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करते हैं लेकिन अब बच्चे बीएसए का रिपोर्ट कार्ड तय करेंगे। यह व्यवस्था पहली बार बनी है। ऐसा संभव हुआ है ग्रेडेड लर्निंग के परिणाम से। सरकारी स्कूलों के बच्चे अगर ठीक से सीख नहीं पाएंगे तो इसका असर बीएसए के वार्षिक कार्य मूल्यांकन पर पड़ेगा।

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जिले में 1046 प्राइमरी व 476 जूनियर सहित कुल 1522 सरकारी स्कूल

सम्भल जिले में 1046 प्राइमरी व 476 जूनियर सहित कुल 1522 सरकारी स्कूल हैं। इनमें 2,08,985 बच्चे अध्ययनरत हैं। ग्रेडेड लर्निंग कैप में बीएसए व एबीएसए ही शिक्षकों को बेहतर व रूचिकर ढंग से विषयों को पढ़ाने के टिप्स दे रहे हैं। प्रशिक्षक भी ब्लाक स्तर पर कार्यक्रम चला रहे हैं। हर ब्लॉक में कैंप 31 मार्च तक चलेंगे। शुरूआत में कैंप में दो घंटे समय देना था, लेकिन 31 मार्च तक खत्म करने के लिए कैंप में चार घंटे का समय देने के निर्देश हैं। बच्चों के शैक्षिक ज्ञान के आधार का जिक्र बीएसए की वार्षिक रिपोर्ट में भी होगा। इसके आधार पर ही अफसरों की तरक्की की राह तय होगाी। बीएसए ने इसकी निगरानी भी तेज कर दी है।

यह है ग्रेडेड लर्निंग

कोई बच्चा जिस कक्षा में है, उस स्तर का मानक शैक्षिक ज्ञान उसे होना चाहिए। उसी आधार पर उसे ग्रेड दिया जाएगा। इसी के लिए ग्रेडेड लर्निंग कार्यक्रम चल रहा है। इसमें अधिकारी, शिक्षकों को गणित, विज्ञान, संस्कृत जैसे विषयों को रूचिकर व प्रभावी ढंग से पढाने के टिप्स देते हैं। कई जगह पाया गया है कि बच्चा जिस कक्षा में हैं उसे उसकी किताब पढऩा भी नहीं आता।

जनपद में ग्रेडेड लर्निंग व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है। अपना रिपोर्ट कार्ड नहीं बल्कि बच्चों में गुणात्मक सुधार सर्वोपरि है।

वीरेंद्र प्रताप सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, सम्भल।

ब्लाक वार स्कूलों में बच्चों की संख्या

ब्लाक प्राइमरी जूनियर हाईस्कूल

असमोली 17814 4674

बहजोई 17741 7629

बनियाखेड़ा 20595 7252

गुन्नौर 17943 5949

जुनावई 18248 5530

पंवासा 22522 6310

रजपुरा 18021 4580

सम्भल 20107 6448

नगर चन्दौसी 1574 734

नगर सम्भल 1877 1663


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