अब नगर निगम बनाएगा अत्याधुनिक सामुदायिक शौचालय, जून तक पूरा करना होगा लक्ष्य Moradabad news
केंद्र सरकार 2022 तक देश को पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त बनाने के लिए कृत संकल्पित है और इसी दिशा में लगातार काम कर रही है।
मुरादाबाद, जेएनएन। दो साल पहले खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ), अब ओडीएफ प्लस का दर्जा मिलने के बाद शौचालयों को अब ओडीएफ डबल प्लस का दर्जा दिलाने का लक्ष्य मिला है। जून 2020 तक महानगर के कुल 40 सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालयों में 25 फीसद में एयरपोर्ट व फाइव स्टार जैसी एडवांस सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
शहरी विकास मंत्रालय भारत सरकार की क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने बीते मंगलवार को शौचालयों की सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी कर ओडीएफ प्लस का दर्जा दिया है। इनमें कंपनी बाग, बुद्ध बाजार, हनुमान मूर्ति, झांझनपुर-हिमगिरी के बेस्ट शौचालय घोषित हुए हैं। शहरी विकास मंत्रालय की टीम ने पिछले महीने आई थी। उसने ओडीएफ प्लस के मानकों के तहत दस फीसद शौचालयों में एडवांस सुविधाएं देखकर रिपोर्ट जारी की है। साथ ही नया लक्ष्य भी तय कर दिया है।
ओडीएफ प्लस व डबल प्लस के मानक
-ओडीएफ प्लस में दस फीसद व डबल प्लस में 25 फीसद शौचालयों को एडवांस बनाना।
-पैड नेपकिन मशीन (इंसीनरेटर) इसमें प्रयोग हुए नेपकिन को मशीन से नष्ट करने की सुविधा शौचालय में ही है।
-फीड बैक मशीन, इसमें शौचालयों में दी जाने वाली सुविधाओं से संतुष्ट हैं या नहीं। मशीन का हरा, पीला व लाल बटन दबाकर फीडबैक दे सकते हैं। इसे क्वालिटी काउंसिल ऑफ सर्वेक्षण टीम सीधे देख सकती है।
-शौचालयों में नेपकिन।
-शौचालयों में हैंड वॉशर।
-हैंड ड्रायर।
-सफाई की स्थिति।
सेफ्टी टैंक का कीचड़ भी होगा निस्तारित
घरों में बने व सरकारी सेफ्टिक टैंक का स्लज(कीचड़) को वैज्ञानिक तरीके से निस्तारित करने का लक्ष्य दिया गया है। इस स्लज को निस्तारित करने के लिए नगर निगम को अलग से प्लांट तैयार करना होगा। निस्तारित स्लज का प्रयोग खेती में किया जाएगा।
महानगर ओडीएफ के बाद अब ओडीएफ प्लस घोषित हो गया है। सर्वेक्षण के मानकों में दस फीसद शौचालय में एडवांस सुविधाएं दी हैं। ओडीएफ डबल प्लस का लक्ष्य मिला है, जिसे जून तक पूरा करना है।
संजय चौहान, नगर आयुक्त।