नोटबंदी ने खोल दी आयकर चोरी करने वालों की पोल, शिकंजा कसने की तैयारी में विभाग
नोटबंदी के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने बैंकों में हजार और पांच सौ के बंद हुए नोट जमा कराए थे। इनमें कई डॉक्टर भी शामिल थे। बैंक रिकार्ड ने इन सभी की पोल खोल दी है।
मुरादाबाद । नोटबंदी के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने बैंकों में हजार और पांच सौ के बंद हुए नोट जमा कराए थे। इनमें कई डॉक्टर भी शामिल थे। बैंक रिकार्ड ने इन सभी की पोल खोल दी है। वे चिकित्सक आयकर विभाग के रडार पर हैं, जिन्होंने नोटबंदी के दौरान बैंकों में सीमा से अधिक रुपये जमा कराए थे। आयकर अधिकारी कभी भी चिह्नित चिकित्सकों के अस्पताल, नर्सिंग होम व आवास पर सर्वे, सर्च जैसी कार्रवाई कर सकते हैं।
कई नामी-गिरामी आए रडार पर
सरकार ने नोटबंदी के पहले सभी बैंकों के खातों को पैन कार्ड, आधार कार्ड से जोडऩे का काम किया था। उसके बाद वर्ष 2016 में नोटबंदी हुई। कई चिकित्सकों ने अघोषित रुपये सरकार से बचाने के लिए अलग-अलग बैंकों में रुपये जमा किए। सरकार को धोखा देने के लिए बैंकों में अस्थायी पता दर्ज कराया। बैंक खाते में रुपये जमा करने वालों पर निगरानी के लिए आयकर विभाग ने विशेष अनुसंधान टीम गठित की हैं। विशेष टीम ऐसे लोगों की लगातार निगरानी रखे हुए हैं।
आयकर जमा करने के लिए एक साल से अधिक समय दिया
आयकर विभाग ने अधिक रुपये जमा करने वालों को एक साल से अधिक समय दिया, जिससे नोटबंदी के समय जमा रुपये की 30 फीसद राशि एडवांस टैक्स के रूप में दे सकें, लेकिन अधिकांश ने एडवांस टैक्स में अतिरिक्त राशि जमा नहीं की। आयकर विभाग ने ऐसे लोगों के प्रतिष्ठानों व आवास पर छापामारी शुरू की है। पिछले दिनों देश भर के 27 से अधिक चिकित्सकों के अस्पताल, नर्सिंग होम व आवास पर छापामारी हुई। जिसमें 40 करोड़ नकद बरामद हुए। मुरादाबाद में भी चिकित्सक दंपती पीके खन्ना के निवास व नर्सिंग होम पर छापामार था। यहां 25 लाख रुपये और डेढ़ करोड़ का सोना मिला है। महानगर में नोटबंदी के दौरान करोड़ों रुपये जमा करने वाले 30 से अधिक चिकित्सकों पर आयकर विभाग नजर लगाए हुए है। जिसमें दिल्ली रोड, कांठ रोड, प्रिंस रोड, गांधी नगर क्षेत्र के चिकित्सक बताए जा रहे हैं।
कुछ चिकित्सकों की बढ़ी परेशानी
डॉ. पीके खन्ना के नर्सिंग होम व आवास पर छापामारी के बाद महानगर के कुछ चिकित्सक काफी परेशान हैं, चार्टर्ड अकाउंटेंट से संपर्क कर रहे हैं। आयकर के नियम के अनुसार घोषित नकदी व सम्पत्ति के बदले एडवांस टैक्स जमा कर दें तो आयकर की कार्रवाई से बच सकते हैं।