Rampur Loksabha By-election Result 2022: निर्दलीयों को हराकर तीसरे नंबर पर रहा नोटा, चार प्रत्याशियों की जमानत जब्त
रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान 23 जून को हुआ था। रामपुर के इतिहास में पहली बार उपचुनाव हुआ था। पहली बार हुए उपचुनाव में सबसे कम मतदान हुआ था। इस बार महज 41 फीसदी मतदाता ही वोट डालने के लिए घरों से बाहर निकले थे।
रामपुर, जागरण संवाददाता। रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के घनश्याम लोधी ने सपा के आसिम राजा को हराकर जीत दर्ज की। वहीं तीसरे पर नंबर पर कोई प्रत्याशी नहीं बल्कि नोटा रहा। नोटा को 4000 से ज्यादा वोट मिले यानी 4000 से ज्यादा लोगों ने छह में से किसी भी प्रत्याशी को पसंद नहीं किया। चौथे नंबर पर संयुक्त समाजवादी दल के हरिप्रकाश आर्य रहे। उसके बाद पांचवें, छठे और सातवें नंबर पर तीन निर्दलीय कपिल मुनि, शिवप्रसाद एवं इंतियाज उर रहमान खां रहे। नोटा से हारने वाले सभी चार प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
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रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान 23 जून को हुआ था। रामपुर के इतिहास में पहली बार उपचुनाव हुआ था। पहली बार हुए उपचुनाव में सबसे कम मतदान हुआ था। इस बार महज 41.71 फीसदी मतदाता ही वोट डालने के लिए घरों से बाहर निकले थे। आज शुरू हुई मतगणना में शुरुआत में लंबे समय तक सपा प्रत्याशी आसिम राजा आगे रहे। उसके बाद भाजपा के घनश्याम लोधी ने बढ़त लेनी शुरू की और अंत में जीत दर्ज की। घनश्याम लोधी को सबसे ज्यादा 367397 मत मिले, वहीं सपा के आसिम राजा को 325205 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रहे नोटा को 4450 मत मिले।
इस चुनाव में सबसे कम मतदान: रामपुर के इतिहास में अब तक जितने भी लोकसभा चुनाव हुए हैं, उनमें सबसे कम मतदान इस बार हुआ है। 1952 में पहला लोकसभा चुनाव हुआ था तब मौलाना अबुल कलाम आजाद रामपुर से सांसद चुने गए थे। वह देश के पहले शिक्षा मंत्री बने। उस चुनाव में 48.22 प्रतिशत वोट पड़े थे। इसके बाद 1957 में 46.34 प्रतिशत, 1962 में 49.33 प्रतिशत, 1967 में 67.16 प्रतिशत, 1971 में 65.08 प्रतिशत, 1977 में 67.03 प्रतिशत, 1980 में 55.26 प्रतिशत, 1984 में 65.71 प्रतिशत, 1989 में 53.53 प्रतिशत, 1991 में 57 प्रतिशत, 1996 में 58.06 प्रतिशत, 1999 में 62.07 प्रतिशत, 2004 में 57.10 प्रतिशत, 2009 में 52.50 प्रतिशत, 2014 में 54.27 प्रतिशत, 2019 में 63.26 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन इस बार मात्र 41.71 प्रतिशत मतदान हुआ।
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सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कह चुके हैं अब्दुल्ला आजम: उपचुनाव में कम मतदान को लेकर आजम खां के बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम ने कहा था कि पुलिस ने लोगों को वोट डालने नहीं दिया। उनके साथ मारपीट की गई। इस मामले को लेकर वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। चुनाव परिणाम आने से पहले ही उन्होंने कहा था कि परिणाम चाहे जो आए लेकिन वह कोर्ट जरूर जाएंगे।