नमामि गंगे की टीम करेगी क्षेत्र के प्रदूषण की जांच,जलशक्ति मंत्रालय को भेजी जाएगी रिपोर्ट Moradabad News
प्रदूषित पानी व दुर्गंध की शिकायत मिलने पर सीधे जलशक्ति मंत्रालय को भेजी जाएगी रिपोर्ट। इसी क्रम में सोमवार को प्रदूषित पानी की निकासी को लेकर टीम पहुंची थी।
अमरोहा,जेएनएन। औद्योगिक नगरी के प्रदूषण का जिन्न एक बार फिर निकल आया है। सोमवार को प्रदूषित पानी की निकासी को लेकर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश पर केंद्र से एक टीम भी पहुंची थी, जिसने घंटों पड़ताल की। अब नमामि गंगे की टीम गजरौला औद्योगिक क्षेत्र के प्रदूषण की जांच करने की तैयारी में है।
फैक्ट्री का प्रदूषित पानी निकासी के रूप में बगद नदी में छोड़े जाने की शिकायत नमामि गंगे गंगा विचार मंच के जिला सहसंयोजक ठाकुर लाखन ङ्क्षसह इत्यादि द्वारा उच्चाधिकारियों से की गई थी। उधर, सोशल मीडिया पर भी इसकी वीडियो बनाकर कई लोगों के द्वारा अपलोड की गई। इसका संज्ञान लेते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्य के प्रदूषण नियंत्रण विभाग को निर्देशित किया। उधर केंद्र से भी दो सदस्यीय टीम सोमवार की शाम यहां पहुंची थी। टीम में जलशक्तिमंत्रालय के सचिव यूपी ङ्क्षसह व राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव राजन मिश्रा शामिल थे।
यह अधिकारी जांच कर रात आठ बजे वापस लौट गए। इनके द्वारा पहले औद्योगिक क्षेत्र के उस स्थान का जायजा लिया था, जहां की वीडियो बनाकर अपलोड की थी। उसके बाद जुबिलेंट लाइफ साईसेंस पहुंचकर भी पड़ताल की। इनके द्वारा जांच में क्या पाया गया, यह पता नहीं चला है। बिजनौर के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारी जेपी मौर्य ने बताया यह टीम एक पाइप लाइन से पानी के लीकेज की शिकायत पर आई थी।
इधर, कंपनी के जीएम सुनील दीक्षित ने पानी की निकासी से इन्कार किया। उन्होंने कुछ लोगों पर बेवजह मुद्दा बनाने का आरोप लगाया। वहीं जलशक्ति मंत्रालय के अधीन नमामि गंगे गंगा विचार मंच के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सह संयोजक अशोक शर्मा ने बताया उनकी टीम जल्द गजरौला औद्योगिक क्षेत्र में जांच को पहुंचेगी।