आजम खां की पत्नी के नाम जमीन आवंटन में फर्जीवाड़ा, डीसीडीएफ के पूर्व संचालक गिरफ्तार
MP Azam Khan वर्तमान में सांसद आजम खां उनकी पत्नी और बेटा धोखाधड़ी के ही एक अन्य मुकदमे में सीतापुर जेल में बंद हैं।
रामपुर। डीसीडीएफ (जिला सहकारी विकास संघ) की जमीन का आवंटन सांसद आजम खां की पत्नी विधायक डॉ. तजीन फात्मा के नाम करने के फर्जीवाड़े में पुलिस ने एक अन्य आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित घटना के समय डीसीडीएफ का संचालक था। पुलिस इससे पहले तीन अन्य पूर्व संचालकों काे गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
21 नवंबर 2019 को राजस्व निरीक्षक अनंगराज सिंह ने सिविल लाइंस कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे में सांसद की पत्नी, बेटे अब्दुल्ला और डीसीडीएफ के पूर्व चेयरमैन मास्टर जाफर को नामजद किया था। आरोप था कि सपा सरकार में क्वालिटी बार की जमीन को डीसीडीएफ बोर्ड ने बैठक कर नियम विरुद्ध तरीके से सांसद की पत्नी के नाम आवंटन कर दिया था। बाद में इसमें सह खातेदार के रूप में सांसद के बेटे का नाम भी शामिल करा दिया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना की तो डीसीडीएफ के संचालकों समेत 10 अन्य नाम भी प्रकाश में आए। ये सभी घटना के समय डीसीडीएफ के संचालक थे। पुलिस अब इनकी धरपकड़ में लगी है। पुलिस ने पिछले दिनों तीन पूर्व संचालकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। सिविल लाइंस कोतवाल बिजेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार को स्वार तहसील के मुहल्ला रसूलपुर निवासी पूर्व संचालक शाकिर अली खां पुत्र मुकद्दस खां को आंबेडकर पार्क के पास से गिरफ्तार किया है। उसे कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है। गौरतलब है कि क्वालिटी बार की जमीन पहले बीपी कालोनी निवासी गगन अरोरा के नाम आवंटित थी। वह इस पर बार चलाते थे। सपा सरकार में उनके बार को जबरन खाली करा दिया गया था। सामान फेंक दिया था। इस मामले में उनकी ओर से भी पुलिस ने पिछले साल मुकदमा दर्ज किया था। इस मुकदमे में सांसद आजम खां भी नामजद किए गए थे।
आजम के इशारे पर डूंगरपुर में लूटपाट का एक और आरोपित गिरफ्तार
डूंगरपुर बस्ती में मकान तोड़ने और लूटपाट करने के मुकदमे में आरोपित सांसद आजम खां समर्थक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से लूट के रुपये और जेवर भी मिले हैं। आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसने आजम खां के इशारे पर घटना को अंजाम दिया था। सपा शासनकाल में पुलिस लाइन के पास स्थित डूंगरपुर बस्ती में आसरा कालोनी का निर्माण कराया गया था। तब सांसद आजम खां कैबिनेट मंत्री थे। आसरा कालोनी जहां बनाई गई, वहां पहले से कई लोगों के मकान बने हुए थे। इन मकानों को तोड़ दिया था। एक साल पहले जिनके मकान तोड़े गए, उन लोगों ने गंज कोतवाली में करीब दर्जन भर मुकदमे दर्ज कराए थे। इन मुकदमों में सांसद के समर्थकों को नामजद किया गया था। मुकदमों मेंं मारपीट, फायरिंग, लूटपाट, तोड़फोड़ और छेड़छाड़ के भी आरोप लगाए गए। इन मुकदमों में पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है। तीन आरोपितों को पुलिस पहले जेल भेज चुकी है। गंज कोतवाली प्रभारी रामवीर सिंह यादव ने बताया कि एक अन्य आरोपित को शुक्रवार को बिलासपुर गेट से गिरफ्तार किया है। आरोपित मुहल्ला घेर फतेह खां टंकी नंबर पांच का इमरान खां पुत्र नवाब जान है। उसके पास से लूटी गई चांदी की पायलें और 500 रुपये के दो पुराने नोट मिले हैं। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि सांसद के इशारे पर मकानों में तोड़फोड़ और लूट की घटना की थी। उसे कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।