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एक बार फिर रेड जोन में मुरादाबाद की आबोहवा Moradabad Ne

ऐसे में यह आंकड़े ही जिम्मेदारों को आईना दिखाने के लिए का हैं कि किस प्रकार अनदेखी के चलते लगातार प्रदूषित शहरों की सूची में दर्ज किया जा रहा है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 14 Nov 2019 07:40 AM (IST)Updated: Thu, 14 Nov 2019 07:40 AM (IST)
एक बार फिर रेड जोन में मुरादाबाद की आबोहवा Moradabad Ne
एक बार फिर रेड जोन में मुरादाबाद की आबोहवा Moradabad Ne

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद । एक बार फिर शहर की आबोहवा रेड जोन में पहुंच गई। रेड जोन मतलब सांस लेने के लिए बहुत खराब हवा। इस माह के 13 दिन में ऐसा छठी बार हुआ है। 

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के शाम छह बजकर 39 मिनट पर जारी बुलेटिन के मुताबिक शहर की हवा का गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 328 दर्ज किया गया। नोएडा और गाजियाबाद संयुक्त रूप से देश के सबसे प्रदूषित शहर रहे। इनका एक्यूआइ 474 दर्ज किया गया। 

शहर की आबोहवा लगातार प्रदूषित दर्ज की जा रही है। स्थिति यह है कि महीने के 13 दिन में सात नवंबर को जहां शहर देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में टॉप पर दर्ज किया गया, वहीं पांच दिन रेड जोन में रहा। यह आंकड़े खुद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के हैं। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी शहर की आबोहवा में सुधार के दावे कर रहे हैं। ऐसे में यह आंकड़े ही जिम्मेदारों को आईना दिखाने के लिए का हैं कि किस प्रकार अनदेखी के चलते लगातार प्रदूषित शहरों की सूची में दर्ज किया जा रहा है। सुरक्षित सांस की जगह लोग जहरीली सांस ले रहे हैं। 

देश के टॉप पांच प्रदूषित शहर

शहर               एक्यूआइ

1-नोएडा               474

1-गाजियाबाद          474

2-ग्रेटर नोएडा          468

3-भिवानी              466

4-मानेसर              463

5-दिल्ली              460

नोट : आंकड़े केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के शाम छह बजकर 39 मिनट के बुलेटिन के मुताबिक।

13 नवंबर तक महानगर की स्थिति 

तिथि            एक्यूआइ

4 नवंबर          344

5 नवंबर          364

6 नवंबर          397

7 नवंबर          417

12नवंबर          301

13 नवंबर         328

हवा के ठहराव में तापमान की गिरावट से बढ़ा प्रदूषण  

मुरादाबाद की खतरनाक होती स्थिति के लिए जहां प्रदूषण के कारक जिम्मेदार हैं, वहीं दूसरी ओर जानकार हवा का ठहराव भी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार बता रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से हवा का बहाव अच्छा और उसमें थोड़ी रफ्तार थी और धूप भी निकल रही थी। इससे प्रदूषण फैलाने वाले कण आगे बढ़ रहे थे। बुधवार को सुबह से ही तापमान में गिरावट रही और धूप भी कम खिली। इसके चलते हल्की सी धुंध छाई रही। विशेषज्ञों के मुताबिक, हवा के बहाव में कमी के चलते हवा में मौजूद प्रदूषित तत्वों की मात्रा में कमी नहीं हुई, बीते तीन दिनों से हवा चलने के चलते रेड जोन से शहर बचा हुआ था लेकिन, बुधवार को शहर फिर रेड जोन में पहुंच गया।


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